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दीपावली पर इस तरह पेट्स का रखें ध्यान, इन चीजों को करें इग्नोर

अगर आपने यहां भी है कोई जानवर तो दीपावली पर उसका इस तरह ख्याल रखना चाहिए।

दीपावली पर इस तरह पेट्स का रखें ध्यान, इन चीजों को करें इग्नोर

दीपावली का त्योहार खुशियों और रोशनी का प्रतीक है। इस अवसर पर हम सबके साथ मिल-जुलकर खुशियां और प्यार बांटते हैं। हालांकि, इस दौरान सबसे वफादार और इंसानों के पक्के दोस्त माने जाने वाले पेट्स को भूल जाते हैं। जबकि हमें यह समझने की जरूरत है कि दिवाली और न्यू ईयर जैसे त्योहारों पर उन्हें हमारी अधिक जरूरत होती है। इन त्योहारों पर पटाखों से होने वाला शोर हमारे प्यारे पालतू जानवरों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।


इसकी एक वजह यह है कि हमारे पेट्स की सुनने की क्षमता हमसे कई गुना बेहतर होती है। इंसानों की तुलना में कुत्ते चार गुना और बिल्लियां हमसे तीन गुना बेहतर सुनती हैं। वहीं, अन्य कई पालतू जानवरों की भी सुनने की क्षमता हम इंसानों से बेहतर होती है। इसके साथ ही पेट्स काफी संवेदनशील भी होते हैं। इन्हीं कारणों से पटाखों के शोर, रंग-बिरंगी लाइट्स और भीड़-भाड़ से वे परेशान हो जाते हैं। ऐसे में हमें अपने पेट्स को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें एक शांत जगह पर रखना चाहिए। दिवाली पर हम पेट्स को ऐसी जगह पर रख सकते हैं, जहां पटाखों का शोर उन तक न पहुंचे।


पटाखों के शोर से पेट्स को नुकसान होने का मुख्य कारण उनकी सुनने की क्षमता है। पटाखों की तेज और अचानक आवाज उनके लिए अत्यधिक उत्तेजक होती है, जिससे वे घबराते हैं और तनाव महसूस करते हैं। पटाखों का शोर पेट्स के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। धीमी आवाज को सुनने में कुत्ते अधिक संवेदनशील होते हैं। वे उन आवाजों को भी सुन सकते हैं, जो हम महसूस नहीं कर पाते हैं। इसी वजह से, कुत्तों की सुनने की क्षमता चार गुना अधिक मानी जाती है। अमेरिकन केनेल क्लब के मुताबिक, कुत्ते 47,000 से 65,000 हर्ट्ज तक सुन सकते हैं।


दिवाली के त्योहार पर घर में काफी चहल-पहल होती है। कई बार ऐसे माहौल में हमारे पालतू जानवर डर जाते हैं। ऐसे में हम अपने पेट्स का कुछ इस तरह ख्याल रख सकते हैं। पालतू जानवरों को सुरक्षित रखने का सबसे अच्छा तरीका उन्हें एक शांत जगह पर रखना है। इसलिए उनके लिए ऐसी जगह का चुनाव करें, जहां बाहर के शोर का प्रभाव कम से कम हो। घर के एक कोने में उनके लिए आरामदायक बिस्तर और उनकी पसंदीदा चीजें रखें, ताकि वे सुरक्षित और शांत महसूस करें। इसके अलावा, उनकी सुनने की क्षमता को कम करने के लिए कानों में कॉटन का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित करें कि इसे सही तरीके से किया जाए ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो।

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