Air India Plane Crash: 'जब मैं उठा, मेरे चारों तरफ थीं लाशें',एयर इंडिया हादसे में जीवित बचे विश्वास कुमार विश्वास कुमार रमेश की जुबानी भयावह हादसे की कहानी

Air India Plane Crash: एयर इंडिया विमान हादसे में 240 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, लेकिन सीट 11A पर बैठे विश्वास कुमार रमेश चमत्कारिक रूप से बच निकले। जानिए उनकी कहानी।

 Air India plane crash
अहमदाबाद प्लेन हादसे की आपबीती- फोटो : SOCIAL MEDIA

Air India Plane Crash: अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट 12 जून 2025 को क्रैश हो गई, जिससे 241 यात्रियों में से अधिकांश की मौत हो गई। लेकिन इस भयावह हादसे में एक चमत्कार भी हुआ—सीट 11A पर बैठे विश्वास कुमार रमेश नामक यात्री जिंदा बच गए।

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक 40 वर्षीय विश्वास ने बताया, "उड़ान भरने के तीस सेकंड बाद जोरदार धमाका हुआ और विमान गिर गया। जब मेरी आंख खुली, तो चारों तरफ शव थे। मैं डरा हुआ था और वहां से भाग निकला। किसी ने मुझे एम्बुलेंस में बिठाया और अस्पताल पहुंचाया।"वह इस वक्त एक स्थानीय अस्पताल में इलाज करा रहे हैं और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।

परिवार से मिलने भारत आए थे, भाई को खो दिया

विश्वास मूल रूप से भारतीय हैं लेकिन पिछले 20 वर्षों से लंदन में रह रहे हैं। वे कुछ दिनों के लिए भारत अपने परिवार से मिलने आए थे। दुर्घटना के समय वह अपने 45 वर्षीय भाई अजय कुमार रमेश के साथ विमान में सवार थे। दुर्भाग्यवश अजय कुमार का इस हादसे में निधन हो गया।विश्वास के मुताबिक, "मैंने सोचा था यह एक सामान्य यात्रा होगी, लेकिन यह मेरी ज़िंदगी की सबसे डरावनी घटना बन गई।"उनकी पत्नी और बच्चे इस समय लंदन में हैं और जैसे ही उन्हें विश्वास के जीवित होने की खबर मिली, उन्होंने राहत की सांस ली।

पुलिस कमिश्नर ने दी पुष्टि: सीट 11A पर मिला एक जीवित यात्री

अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने पुष्टि की कि "पुलिस को सीट 11A पर एक व्यक्ति जीवित मिला। फिलहाल मृतकों की सटीक संख्या बताना कठिन है क्योंकि विमान घनी आबादी वाले इलाके में गिरा था। स्थानीय लोगों की भी जान गई है।"इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर विश्वास कुमार को “मिरेकल मैन” कहा जा रहा है।

AAIB करेगा हादसे की जांच, बोइंग ने दी प्रतिक्रिया

भारत सरकार की Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) इस भयानक विमान हादसे की जांच करेगी। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक एएआईबी के महानिदेशक और वरिष्ठ जांचकर्ता अहमदाबाद रवाना हो चुके हैं।बोइंग कंपनी, जिसने यह विमान बनाया था। उन्होंनने बयान में कहा है, "हम शुरुआती रिपोर्टों से अवगत हैं और अधिक जानकारी जुटा रहे हैं।"यह जांच अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी का विषय बन गई है।

मृतकों की पहचान के लिए डीएनए टेस्टिंग

चूंकि हादसा बेहद विनाशकारी था, गुजरात सरकार ने सभी मृतकों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण का सहारा लेने का निर्णय लिया है।बीजे मेडिकल कॉलेज को केंद्र बनाया गया है जहां यात्रियों के परिवारों से डीएनए सैंपल एकत्र किए जा रहे हैं। सरकार की प्राथमिकता सभी शवों की सही पहचान और उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था सुनिश्चित करना है।

ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय ने जताई संवेदना

इस अंतरराष्ट्रीय घटना पर ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय और महारानी कैमिला ने दुख व्यक्त करते हुए कहा, “हम इस त्रासदी से स्तब्ध हैं। हमारी संवेदनाएं भारत और पीड़ित परिवारों के साथ हैं।विदेश मंत्रालय और ब्रिटेन का उच्चायोग इस हादसे में प्रभावित ब्रिटिश नागरिकों के परिजनों से संपर्क कर रहे हैं।