Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए इलेक्शन कमीशन ने कसी कमर! पांच दिन के दौरे पर पहुंचने वाले हैं आयुक्त विवेक जोशी
Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। चुनाव आयुक्त विवेक जोशी पटना पहुंच चुके हैं और पांच दिवसीय दौरे में चुनाव तैयारियों की समीक्षा करेंगे।

Bihar Election 2025: बिहार में एक बार फिर राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है। जहां एक ओर एनडीए और महागठबंधन के बीच गठबंधन और सीट बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है, वहीं दूसरी ओर चुनाव आयोग भी मैदान में उतर चुका है।
केंद्रीय चुनाव आयुक्त डॉ. विवेक जोशी 5 दिन के बिहार दौरे पर गुरुवार शाम को पटना पहुंच चुके हैं। यह दौरा न केवल चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए है, बल्कि चुनाव प्रक्रिया को सुनियोजित और पारदर्शी बनाने की दिशा में दिशा-निर्देश देने का भी अवसर है।
चुनाव आयुक्त का एजेंडा क्या है?
डॉ. विवेक जोशी 19 मई तक बिहार में रहेंगे। इस दौरान वह राज्य के वरिष्ठ चुनाव अधिकारियों से तैयारियों की समीक्षा बैठक करेंगे। पश्चिमी चंपारण का दौरा भी करेंगे। बूथ लेवल तैयारियों का जायजा लेंगे। तकनीकी और प्रशासनिक चुनौतियों को समझकर नीतिगत दिशा-निर्देश देंगे। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय (CEO Bihar) के अनुसार शुक्रवार को चुनाव आयोग की राज्य स्तरीय उच्च स्तरीय बैठक भी प्रस्तावित है।
बूथ एजेंट की नियुक्ति में देरी पर चिंता
चुनाव आयोग की बैठक में यह साफ हुआ कि राजनीतिक दलों द्वारा बूथ एजेंट की नियुक्ति अब तक पूरी नहीं हुई है, जिससे प्रशिक्षण और मतदान प्रक्रिया में व्यवधान की आशंका है। सीईओ ने सभी दलों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे जल्द से जल्द बूथ एजेंट नियुक्त करें। सभी एजेंटों को समय पर प्रशिक्षण दिलवाने की व्यवस्था करें। निर्वाचन प्रक्रिया में पूर्ण सहयोग करें। यह चेतावनी दर्शाती है कि चुनाव आयोग इस बार किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेगा।
सितंबर में चुनाव की घोषणा संभावित, नेताओं का दौरा तेज
2020 में निर्वाचन आयोग ने 25 सितंबर को बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा की थी। उस समय 1 अक्टूबर से नामांकन शुरू हो गया था। उस तुलना में अब चुनाव की घोषणा तक 4 से साढ़े 4 महीने का समय बचा है।
इस समय राष्ट्रीय नेताओं के राज्य दौरे भी तेज़ हो गए हैं। राहुल गांधी हाल ही में दरभंगा पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को बिहार दौरे पर रहेंगे। इन दौरों से स्पष्ट है कि राजनीतिक दलों ने चुनावी अभियान शुरू कर दिया है, भले ही अभी आधिकारिक आचार संहिता लागू न हुई हो।
सीट बंटवारे को लेकर अंदरखाने की रणनीति
बिहार में दोनों बड़े गठबंधन — राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और महागठबंधन (I.N.D.I.A bloc) — के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर अनौपचारिक बातचीत शुरू हो चुकी है। इस बार छोटे-छोटे दल भी ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं।राजनीतिक दबाव बनाकर सौदेबाजी की कोशिश में हैं। गठबंधन के भीतर असंतुलन पैदा कर सकते हैं। यह आगामी चुनाव को बहुपक्षीय और रणनीतिक रूप से चुनौतीपूर्ण बना सकता है।