Bihar Election: NDA में सीट शेयरिंग का फार्मूला तय, 2020 के पैटर्न पर लंबी खींचतान के बाद बनी सहमति
Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए एनडीए ने सीट शेयरिंग का मसला सुलझा लिया है। जदयू-भाजपा फिर से 2020 के फॉर्मूले पर लौटे, जबकि चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा ने समीकरण को जटिल बना दिया था।

Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर एनडीए के सहयोगी दलों के बीच सीट शेयरिंग का मसला आखिरकार सुलझ गया। कई दौर की माथापच्ची के बाद गठबंधन के रणनीतिकार वहीं लौट आए, जहां से शुरुआत हुई थी। यानी, वर्ष 2020 का सीट शेयरिंग फार्मूला ही इस बार भी लागू होगा।
एनडीए सूत्रों के अनुसार, जदयू और भाजपा ने आपसी सहमति से तय किया है कि दोनों दल 243 सीटों में से बराबर-बराबर हिस्सेदारी करेंगे। जदयू हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को अपने खाते से सीट देगी, जबकि भाजपा लोजपा (रामविलास) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को समायोजित करेगी।
चिराग पासवान बने मोड़ का कारण
लोजपा (आर) प्रमुख चिराग पासवान की बदलती बयानबाज़ी ने जदयू की चिंता बढ़ा दी थी। कभी 30-40 सीटों की मांग, तो कभी सभी 243 सीटों पर लड़ने का ऐलान—इन बयानों ने एनडीए के भीतर असमंजस फैला दिया।चिराग ने यहां तक कह दिया कि मेरा गठबंधन भाजपा से है, जदयू से नहीं।2020 विधानसभा चुनाव में चिराग की इस रणनीति से जदयू को बड़ा नुकसान हुआ था। उस चुनाव में जदयू नंबर 1 से नंबर 3 पर खिसक गई थी। यही वजह रही कि इस बार जदयू नेताओं का उनके प्रति भरोसा डगमगा गया।
उपेंद्र कुशवाहा की एंट्री से बढ़ी मुश्किलें
एनडीए में शामिल हुए राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी सीट शेयरिंग को जटिल बना दिया। वे लगभग 10 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बनाए हुए हैं।समस्या सिर्फ संख्या की नहीं है, बल्कि उन सीटों की है जिन पर वे दावा ठोक रहे हैं। पिछली विधानसभा में उनकी पार्टी का कोई विधायक नहीं था, लेकिन इस बार दबाव डालकर हिस्सेदारी मांग रहे हैं।
वीआईपी की एंट्री का इंतजार
भाजपा को भरोसा है कि विकासशील इंसान पार्टी (VIP) जल्द ही एनडीए का हिस्सा बनेगी। निषाद वोटों को साधने के लिए भाजपा वीआईपी को अपने साथ लाना चाहती है।यदि वीआईपी गठबंधन में शामिल होती है तो भाजपा को अपने खाते से 10-15 सीटें उन्हें देनी पड़ सकती हैं। इस स्थिति में जदयू भी अपने हिस्से से कुछ सीट भाजपा को देने को तैयार हो गई है।
एनडीए का सीट शेयरिंग फार्मूला 2025
जदयू और भाजपा – 50-50% सीटें
हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) – जदयू के खाते से
लोजपा (आर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा – भाजपा के खाते से
वीआईपी – आने पर भाजपा-जदयू आपसी सहमति से सीट देंगे