Bihar Weather: बिहार में भीषण गर्मी ने बढ़ाई परेशान, आज इन 6 जिलों के लिए अलर्ट जारी, जानिए कब अब से होगी झमाझम बारिश
Bihar Weather: बिहार में भीषण गर्मी का कहर जारी है। मौसम विभाग ने आज 6 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी तो किया है लेकिन वर्षा होने की संभावनाएं कम है। मौसम विभाग की मानों तो अगले 10 दिनों तक गर्मी से राहत नहीं मिलेगी।

बिहार में इन दिनों भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। दिन और रात का तापमान एक सामान्य है। प्रदेश में मानसून कमजोर हो गया है। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में बारिश नहीं हो रही है। जिसके कारण लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने मंगलवार को प्रदेश के छह जिलों में हल्की बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है, जबकि बाकी जिलों में मौसम सामान्य रहने का पूर्वानुमान है।
7 सितंबर तक बारिश की कोई संभावना नहीं
मौसम विभाग की मानें तो सितंबर महीने में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है। हालांकि, वर्तमान स्थिति इसके बिल्कुल विपरीत है। विभाग ने 7 सितंबर तक राज्य में अच्छी बारिश की कोई संभावना नहीं जताई है। फिलहाल लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। लोगों का हाल बेहाल है। 6 जिलों में बारिश की संभावनाएं भी बेहद कम जताई गई है।
10 सितंबर के बाद बदलेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, 10 सितंबर तक बिहार में बारिश की संभावना नहीं है। इस अवधि में दिन में तेज धूप और अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा। हालांकि, 10 सितंबर के बाद मौसम का रुख बदलने की संभावना है और कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। इससे तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को उमस व गर्मी से राहत मिल सकती है।
सामान्य से कम हुई बारिश
आंकड़ों के अनुसार, अब तक 23 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है, जबकि केवल 15 जिलों में ही सामान्य स्तर की बारिश दर्ज की गई है। अगस्त में अपेक्षाकृत बेहतर बारिश होने के बावजूद, 1 सितंबर तक पूरे राज्य में वर्षा सामान्य से 29% कम रही। सबसे अधिक कमी पूर्वी चंपारण और सीतामढ़ी में दर्ज की गई है, जहां 61% बारिश कम हुई है।
मुंगेर में गंगा उफान पर, कई गांव डूबे
वहीं, मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नदी खतरे के निशान से मात्र 6 सेंटीमीटर नीचे है। गंगा का पानी अब तक छह प्रखंडों के 20 से अधिक गांवों में घुस चुका है। सबसे अधिक असर सदर मुंगेर और बरियारपुर प्रखंड में देखने को मिल रहा है। शहर के कई हिस्सों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। कष्टहरणी घाट और चंडिका स्थान तक गंगा का पानी फैल गया है।