Bihar Weather: बिहार में उमस और तेज गर्मी के कहर के बीच इन 12 जिलों में मध्यम-भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट, 38 जिलों में 11-18 सितम्बर तक भारी बारिश की चेतावनी

बिहार के कुछ क्षेत्रों में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ हल्की व छिटपुट बारिश होने की संभावना है।

Bihar Mausam
बिहार में मानसून का आखिरी रंग- फोटो : meta

Bihar Mausam: बिहार में मौसम ने एक बार फिर रुख बदला है, लेकिन इस बदलाव की बयार अभी धीरे-धीरे महसूस की जा रही है। बिहार मौसम सेवा केंद्र की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ हल्की व छिटपुट बारिश होने की संभावना है। वहीं, सामान्य से अधिक तापमान और उमस ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए हैं।अगले चार-पाँच दिनों में तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होने की संभावना है, जिससे उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान करती रहेगी। मौसम विभाग के मुताबिक, वर्तमान में बिहार में मानसून का प्रभाव कमजोर पड़ा हुआ है, लेकिन सितंबर के मध्य से स्थिति बदलने वाली है। 10 सितंबर तक मानसून कमजोर रहेगा, वहीं 11 सितंबर से मानसून फिर सक्रिय होगा। इसके बाद 18 सितंबर तक कई जिलों में मेघ गर्जन के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

आज यानी 5 सितंबर को बिहार मौसम सेवा केंद्र ने राज्य के उत्तरी भागों में मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, वैशाली, बेगूसराय, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा और सुपौल जिलों में बारिश से मुसीबतें बढ़ सकती हैं। इन इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने और वज्रपात (थंडरस्टॉर्म) की भी चेतावनी दी गई है। विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और नदी-नालों के पास जाने से बचने की अपील की है।

वहीं, प्रदेश के अन्य हिस्सों में मौसम अपेक्षाकृत शुष्क बना रहेगा। भागलपुर, शेखपुरा और मुंगेर में गुरुवार को हल्की बूंदाबादी हुई थी, लेकिन तेज बारिश की संभावना नहीं है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 10 सितंबर से मॉनसून की सक्रियता बढ़ने लगेगी। धीरे-धीरे सिस्टम मजबूत हो रहा है और इसका असर 8 सितंबर से दक्षिण बिहार में दिखने लगेगा।

अभी तक बिहार में मानसून सामान्य से लगभग 30 प्रतिशत कम रहा है। सामान्य मानसून सीजन में 1137 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक 50 प्रतिशत भी पूरी नहीं हुई है। राजधानी पटना में सामान्य से 2 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई, गया में 18 प्रतिशत, नालंदा में 3 प्रतिशत, शेखपुरा में 9 प्रतिशत और नवादा में 8 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। वहीं पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, सहरसा, सुपौल जैसे जिलों में 50-62 प्रतिशत तक कमी बनी हुई है।

बिहार मौसम सेवा केंद्र की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, कुछ जिलों में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और हल्की व छिटपुट बारिश की संभावना है। वर्तमान में मानसून का प्रभाव कमजोर है, लेकिन 11 सितंबर से फिर सक्रिय हो जाएगा और 18 सितंबर तक कई जिलों में मेघ गर्जन और भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

बिहार मौसम सेवा केंद्र ने  आम लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। नदी-नालों और जलभराव वाले इलाकों में सतर्कता बरतना आवश्यक है। मानसून की सक्रियता के साथ आने वाली बारिश से न केवल गर्म हवाओं और उमस से राहत मिलेगी, बल्कि किसानों के लिए भी फसल के लिए वरदान साबित होगी।

बिहारवासियों के लिए यह समय है मौसम की बदलती बयार को महसूस करने और बारिश की ठंडी बूँदों का स्वागत करने का। आने वाले हफ्तों में राज्य के मौसम का रंग बदलने वाला है और मानसून की सक्रियता पूरे प्रदेश में नमी और हरियाली का पैगाम लेकर आएगी।