Bihar Politics: 'मेरा दम घुटने लगा था', भाजपा की महिला नेत्री ने पार्टी से दिया इस्तीफा, आज इस पार्टी में होंगी शामिल...
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। भाजपा की महिला नेत्री ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। लंबे समय से पार्टी से जुड़े होने के बाद महिला नेत्री ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है।

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। भाजपा की महिला नेत्री विनीता मिश्रा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में उनका दम घुटने लगा था। उन्होंने कहा कि वो स्वाभिमान बेचकर समझौता नहीं कर सकती हैं। बता दें कि आज शाम 4 बजे विनीता मिश्रा जनसुराज में शामिल होंगी।
विनीता मिश्रा ने बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा सौंपा है। उन्होंने कहा है कि पार्टी में उन्हें पिछले एक साल से घुटन हो रही थी। बता दें कि 26 साल के बाद विनीता मिश्रा ने भाजपा से नाता तोड़ा है। विनीता मिश्रा ने कहा है कि वो आज शाम 4 बजे जनसुराज से जुड़ेंगी। मालूम हो कि जनसुराज प्रशांत किशोर की पार्टी है।
प्रदेश अध्यक्ष को लिखी पत्र में उन्होंने लिखा कि, मैं विनीता मिश्रा, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष, महिला मोर्चा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीता देती हूं। मैंने स्व. नवीन किशोर सिन्हा के विधानसभा से लेकर लगभग 26 सालों से पार्टी के लिए कार्यकर्ता के तौर पर काम किया। जंगलराज के दौर में कठिन रास्तों पर चलकर और बेहतर बिहार की परिकल्पना के साथ 2007 से विभिन्न पदों पर रहकर ईमानदारी पूर्वक संगठन के लिए काम किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा से प्रभावित होकर मैंने बिहार में नीतीश कुमार जी की 2005 वाली सरकार बनने से लेकर बिहार बदलाव भी प्रक्रिया में राम सेतू निर्माण में जो गिलहरी की भूमिका थी उसका निर्वहन किया।
उन्होंने आगे कहा कि, उस दौर से भाजपा में हूं जब किरण दी, सुखदी दी, मधु दी, वंदना दी आदि रेणु दी लोग महिलाओं की संख्या आज इतनी नहीं थी। जागरुकता के दौर में अच्छा लगता है जब महिलाएं भी दलों में आकर सशक्त हो रही हैं। करीब डेढ़ वर्षों से मेरे मन के अंदर उथलपुथन चल रहा था क्यूंकि आयातितों की भीड में मुझे कहीं ना कहीं घुटन महसूस हो रही थी और जो मिशन और लक्ष्य लेकर दल में सेवाभाव से थी वह चाह भी उम्र के साथ नहीं रही थी, विकसित बिहार की परिकल्पना हमेशा से सोच में थी और दिल से यही चाहती हूं। सभी भाइयों और बहनों को शुभकामनाएं। मेरे जैसे करोड़ों आएंगे जाएंगे पर यह देश और हमारी बिहारियत बरकरार रहनी चाहिए।