Bihar Politics: कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस मामले में दिया बीजेपी का साथ, लेकिन जातिगत जनगणना को लेकर जमकर सुना दिया
Bihar Politics: कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, वर्ष 2015 में मोदी कैबिनेट ने जातिगत आंकड़ों के विश्लेषण के लिए एक विशेषज्ञ समिति गठित करने की घोषणा की थी, लेकिन छह वर्षों तक न तो कोई सदस्य नियुक्त किया गया और न ही कोई बैठक हुई।

Bihar Politics: कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला सोमवार को पटना पहुंचे। पटना पहुंचते ही उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनडीए और बीजेपी पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर जातिगत जनगणना को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना न केवल समय की मांग है, बल्कि यह सामाजिक न्याय की दिशा में एक निर्णायक कदम है।
जातिगत जनगणना के विरोधी है भाजपा
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस शुरू से ही जातिगत जनगणना के विरोधी रहे हैं क्योंकि उनकी नीतियों और सोच में दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्गों के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने जानबूझकर 2011 में कांग्रेस द्वारा करवाई गई जातिगत जनगणना की रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया और आज तक उस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।”
भाजपा जाति आधारित अधिकारों की सच्चाई से डरती है
उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 में मोदी कैबिनेट ने जातिगत आंकड़ों के विश्लेषण के लिए एक विशेषज्ञ समिति गठित करने की घोषणा की थी, लेकिन छह वर्षों तक न तो कोई सदस्य नियुक्त किया गया और न ही कोई बैठक हुई। सुरजेवाला ने इस दावे के समर्थन में कैबिनेट की कार्यवाही और सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामों का हवाला भी दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि “2011 में जातिगत जनगणना की रिपोर्ट आने के बावजूद भाजपा सरकार ने बार-बार अदालतों में और संसद में जातिगत आंकड़ों को सार्वजनिक करने से इनकार किया। यह दर्शाता है कि भाजपा जाति आधारित अधिकारों की सच्चाई से डरती है।”
दबाव में सरकार ने बदला रुख
सुरजेवाला ने यह भी कहा कि बिहार में करवाई गई आंशिक जातिगत जनगणना को भी केंद्र सरकार ने अदालत में चुनौती दी और यहां तक कहा कि राज्यों को इस तरह की जनगणना का अधिकार ही नहीं है। हालांकि भारी दबाव के बाद सरकार को अपना रुख बदलना पड़ा। उन्होंने सवाल उठाया कि जब कांग्रेस ने 2011 में जातिगत जनगणना करवाई, तो भाजपा ने उसका साथ क्यों नहीं दिया? उन्होंने कांग्रेस का पक्ष रखते हुए कहा कि “जातिगत जनगणना सामाजिक समानता और न्याय की बुनियाद है और कांग्रेस पार्टी इसे लेकर संकल्पबद्ध है। राहुल गांधी पिछले 11 वर्षों से इसे एक व्यक्तिगत मिशन की तरह आगे बढ़ा रहे हैं।”
हम सरकार के साथ
कांग्रेस प्रवक्ता ने अंत में दोहराया कि 2019 और 2024 के चुनावी घोषणापत्रों में पार्टी ने जातिगत जनगणना को प्रमुख मुद्दा बनाया और अब पूरे देश में इसके लिए आवाज बुलंद करेगी। वहीं पहलगाम हमले पर उन्होंने सरकार का साथ देते हुए कहा कि आतंकवाद का सिर कुचला जाना चाहिए। पाकिस्तान को जबरदस्त जवाब देना चाहिए। उनको ऐसी सजा देनी चाहिए कि सजा भी कांप जाए। हम सरकार के साथ हैं, लेकिन कुछ मंथन सरकार को करना चाहिए ताकि आगे ऐसा हमला न हो।
पटना से नरोत्तम की रिपोर्ट