दरभंगा में पीएम मोदी और उनकी माता को गाली की साजिश , पहले रिहर्सल, वीडियो रिकॉर्डिंग और वायरल प्लान का खुलासा, कांग्रेस नेता नौशाद फरार

Bihar politics:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत माता के खिलाफ अपशब्द कहना कोई अचानक की गई हरकत नहीं थी, बल्कि इसकी पहले से साजिश रची गई थी।...

Conspiracy to abuse Modi Mother
पीएम मोदी और उनकी माता को गाली की साजिश का बड़ा खुलासा- फोटो : reporter

Bihar politics: दरभंगा में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान हुई अभद्र टिप्पणी अब बड़े सियासी और कानूनी विवाद में बदल चुकी है। पुलिस जांच में सामने आया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत माता के खिलाफ अपशब्द कहना कोई अचानक की गई हरकत नहीं थी, बल्कि इसकी पहले से साजिश रची गई थी।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपी मो. रिजवी उर्फ राजा से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि कांग्रेस नेता मो. नौशाद की अगुवाई में बाकायदा “रिहर्सल” कराया गया था। सिमरी थाना क्षेत्र में बनाए गए मंच से तय किया गया था कि यात्रा गुजरने के समय किस तरह अभद्र भाषा का प्रयोग कर वीडियो रिकॉर्ड कर इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया जाएगा।

पूछताछ में आधा दर्जन नाम सामने आए हैं, जिनमें एक यू-ट्यूबर भी शामिल है। बताया जा रहा है कि इस यू-ट्यूबर का कांग्रेस नेता नौशाद से गहरा संबंध है और उसका एक रिश्तेदार हाल ही में हथियार के साथ गिरफ्तार हुआ था। अब पुलिस इन सभी की तलाश में जुटी है।

मुख्य आरोपी मो. नौशाद की लोकेशन दिल्ली में बताई जा रही है। दरअसल, नौशाद का दिल्ली में लेदर का बड़ा कारोबार है और वहीं उसका काउंटर भी चलता है। तकनीकी सेल की टीम उसकी सही लोकेशन ट्रैक करने में लगी है। जैसे ही पुख्ता इनपुट मिलेगा, पुलिस की विशेष टीम दिल्ली रवाना होगी।

बता दें कि बुधवार को दरभंगा के बिठौली चौक पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और तेजस्वी यादव सहित INDIA गठबंधन के बड़े नेताओं के स्वागत के लिए नौशाद ने भव्य मंच बनाया था। इसी मंच से प्रधानमंत्री और उनकी स्वर्गीय माता के खिलाफ गाली दी गई, जिसका वीडियो तेजी से इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया।

इस मामले में भाजपा ने आक्रामक रुख अपनाया है। जिलाध्यक्ष आदित्य नारायण मन्ना ने सिमरी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। एफआईआर में कांग्रेस नेता नौशाद सहित कई अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया गया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि यह घटना केवल “राजनीतिक मर्यादा का हनन” नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश है, जिसने बिहार की राजनीति को शर्मसार किया है।

कांग्रेस की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विपक्ष के इस कदम ने सत्तापक्ष को बड़ा हथियार दे दिया है। आने वाले दिनों में यह मामला सिर्फ पुलिसिया कार्रवाई तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि चुनावी मंचों से भी गूंजेगा।