PATNA - बिहार के प्रमुख धार्मिक स्थलों को पर्यटन के नजरिए से विकसित करने के लिए बिहार सरकार ने बड़ी प्लानिंग कर ली है। जिसमें सोनपुर के प्रसिद्ध हरिहर नाथ मंदिर में वाराणसी की विश्वनाथ मंदिर की तरह कॉरिडोर निर्माण को नीतीश कैबिनेट ने अपनी मंजूरी दे दी है। इसके अलावार कुछ दूसरे धार्मिक स्थलों को विकसित करने के लिए सरकार ने मंजूरी दी है।
हरिहरनाथ मंदिर कॉरिडोर का बनेगा डिजाइन
राज्य सरकार ने सोनपुर के हरिहर नाथ मंदिर को काशी के विश्वनाथ मंदिर की तरह कॉरिडोर बनाने का फैसला लिया है। इसके लिए सरकार ने अहमदाबाद की कंपनी एचसीपी डिजाइन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट कंपनीन को परामर्श के लिये चयनित किया है। कंपनी के मनोनयन के आधार पर कॉरिडोर के निर्माण को लेकर लागत की राशि तय की जाएगी।
सिंहेश्वर स्थान के लिए 90 करोड़ की राशि मंजूर
नीतीश सरकार ने मधेपुरा के सिंहेश्वर स्थान को पर्यटन के दृष्टि से विकसित करने के लिए 90.27 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। इसी तरह पूर्णिया पूरन देवी मंदिर को पर्यटन के नजरिए से विकसित करने के लिए 34.06 करोड़ दिए गए हैं। वहीं मधुबनी के हरलाखी स्थित फुलहर स्थान को भी पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा। जिसके लिए 31.13 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत किया गया है।
सोमेश्वरनाथ मंदिर के लिए मिले 106 करोड़
नीतीश कैबिनेट ने मोतिहारी के अरेराज प्रसिद्ध सोमेश्वर नाथ मंदिर के लिए 106.54 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। जिनमें 54.22 करोड़ पर्यटन के लिए इलाके को विकसित करने पर खर्च किया जायेगा। वहीं 15.79 करोड़ की लागत से दो पुल का निर्माण किया जाएगा। इसी तरह अरेराज शिव मंदिर से फतुहा चौक पथ के चौड़ीकरण के लिए 36.52 करोड़ खर्च किया जाएगा।
कुशेश्वर स्थान के लिए 44 करोड़
दरभंगा के कुशेश्वर स्थान को भी पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा। जिस पर 44.03 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। जिसके कैबिनेट ने स्वीकृत कर लिया। इसी तरह समस्तीपुर के मुक्तापुर मोइन झील के तट को 37.96 करोड़ की राशि से विकसित किया जाएगा।