वोट की चोरी बंद करो... विधान परिषद में राबड़ी के नेतृत्व में विपक्ष का भारी बवाल, खूब भड़के जदयू के नीरज, सदन स्थगित
विधान परिषद में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष अपनी सीट पर खड़े होकर एसाईआर वापस लेने की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे. विधान परिषद की कार्यवाही 2 बजकर 30 मिनट तक स्थगित कर दी गई.

Bihar News: बिहार विधान परिषद में बुधवार को मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन में भारी हंगामा हुआ. विपक्ष की ओर से राबड़ी देवी के नेतृत्व में 'वोट की चोरी बंद करो, संविधान की हत्या बंद करो, वोट बचाओ सरकार बचाओ, SIR वापस लो', के पोस्टर लहराते हुए सदन के बाहर और भीतर प्रदर्शन किया. विपक्षी सदस्यों की ओर से इसे लेकर सदन में जोरदार नारेबाजी की गई. यहां तक कि सदन की कार्यवाही के दौरान अध्यक्ष अवधेश नारायण सिंह की बार बार की अपील का भी विपक्ष पर कोई असर नहीं हुआ.
वहीं जदयू के नीरज कुमार ने विपक्ष को करारा जवाब देते हुए सदन में जोरदार तरीके से अपनी बातें रखी. उन्होंने जाति गणना रिपोर्ट का हवाला देते हुए पहले अपनी बातें रखी. इस दौरान विपक्ष के हंगामे पर उन्होंने राबड़ी देवी को आड़े हाथों लेते हुए लालू यादव को घर में बंद रखने की बातें कही. उन्होंने लालू परिवार द्वारा कराए जा रहे एक निर्माण को लेकर भी सदन में खुलासा किया. इस दौरान दोनों ओर से काफी देर तक हंगामा होता रहा.
सत्र के तीसरे दिन भी विपक्ष के ज्यादातर विधान परिषद सदस्य काला कपड़ा पहनकर आए थे. विधान परिषद में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष अपनी सीट पर खड़े होकर एसाईआर वापस लेने की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे. विपक्षी सदस्य वेल में आ गए. जिसके बाद विधान परिषद की कार्यवाही भी 2 बजकर 30 मिनट तक स्थगित कर दी गई.
विधानसभा तीखी नोकझोंक
इसके पहले बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच जोरदार बहसबाजी देखने को मिली. . मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को मतदाता पुनरीक्षण को अलोकतांत्रिक बताते हुए जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इसकी खामिया गिना रहे थे. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा में कहा कि चुनाव आयोग का काम निष्पक्ष चुनाव कराना है न कि नागरिकता साबित करना है. इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बोलते हुए लालू-राबड़ी सरकार की खामिया गिनाई.
सीएम नीतीश ने कहा कि अपने माता-पिता का कार्यकाल देखें तेजस्वी यादव। महिलाओं के लिए आपने क्या किया. पटना तक में कोई शाम को नहीं निकल रहा था. हमने मिलकर जहां कहीं भी कमी थी उसे पूरा कर दिया है. हमने महिलाओं के लिए काफी कुछ किया. हम लोगों ने 50 फीसदी आरक्षण दिया. हमने मुस्लिमों के लिए भी काफी कुछ काम किया है. आप जब बीच में थे तो कितना ज्यादा बड़ाई कर रहे थे. नीतीश कुमार ने कहा कि हम सबका काम करते हैं. तीन दिन और है और फिर चुनाव होगा. लोग बोलेंगे क्या करना है. सीएम नीतीश ने कहा कि पहले का बजट क्या था. तीन लाख करोड़ से ज्यादा बजट है. हमलोग चारों तरफ घूम कर देखें हैं. एक-एक कम किए. चुनाव लड़ना है.
भाई वीरेंद्र की टिप्पणी से बवाल
वहीं सीएम नीतीश के बोलने के बाद बिहार विधानसभा में राजद विधायक भाई वीरेंद्र की एक टिप्पणी के बाद अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने गहरी आपत्ति जताई. मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को मतदाता पुनरीक्षण को अलोकतांत्रिक बताते हुए जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इसकी खामिया गिना रहे थे तब पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीच में बोलते हुए लालू-राबड़ी सरकार की खामिया गिनाई. इसके बाद जब सदन में फिर से तेजस्वी यादव बोलना शुरू किये इसी दौरान राजद के भाई वीरेंद्र ने कुछ ऐसी टिप्पणी की जिससे अध्यक्ष नंद किशोर यादव आग बबूला हो गए.
बिहार विधानसभा में राजद विधायक ने भाई वीरेंद्र ने कहा कि यह सदन किसी के बाप का नहीं है. इस पर उन्होंने भाई वीरेंद्र को जोरदार डांट पिलाई और कहा कि इस तरह की अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल यहां ना करें. इस दौरान वहां काफी हंगामा होता रहा. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित कर दिया.