PATNA - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर बिहार आकर 13 करोड़ बिहारवासियों को निराश किया है। अपने भाषण में उन्होंने बिहार के लोगों को अपमानित किया और जिन नेताओं को उन्होंने पहले सम्मानित किया था, उन्हें अब किनारे कर दिया है, चाहे वह लालकृष्ण आडवाणी हों या मुरली मनोहर जोशी। भागलपुर में नीतीश कुमार की प्रशंसा की, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे या नहीं। पहले उन्हें महिला विरोधी कहा, और अब 'लाडला' कहकर संबोधित किया। आपकी बातों का कोई स्थायित्व नहीं है।
आपने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, पलायन, एएमयू, दरभंगा की बंद पड़ी फैक्ट्रियां, विशेष पैकेज, हाई डैम, फरक्का विवाद, खाद की कालाबाजारी, एमएसपी, और भागलपुर एयरपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं की। हमेशा बिहार के साथ राजनीति की, विकास के लिए कभी नहीं आए। 11 वर्षों से आप केवल खोखले वादे कर रहे हैं।
पूर्णिया में मखाना फैक्ट्री की बात नहीं की, बल्कि झूठा दावा किया कि 365 में से 300 दिन मखाना खाते हैं। यह फसल कांग्रेस के समय से ही है, आपने केवल नाम बदलकर इसका उपयोग किया है। कुंभ और आस्था की बात करते हुए जनता को भ्रमित किया। आप बाबाओं की मार्केटिंग करते हैं, जिससे सनातन धर्म को खतरा है। आज भी आपने केवल जुमलेबाजी की और जनता के पैसों पर अपनी चुनावी यात्रा की, जो गलत परंपरा को बढ़ावा देती है।
REPORT - DHIRAJ SINGH