Patna Metro: दिल्ली से भी महंगा होगा पटना मेट्रो का किराया, 3 किमी के लिए देने होंगे इतने रुपए, पहले रेडलाइन पर दौड़ेगी ट्रेन, जानिए कहां से कहां तक...
Patna Metro: पटना मेट्रो का किराया दिल्ली मेट्रो से भी अधिक होगा। यहीं नहीं बिजली की महंगाई को देखते हुए मेट्रो का किराया और अधिक भी हो सकता है। सबसे पहले मेट्र रेडलाइन पर दौड़ेगी।

Patna Metro: पटना मेट्रो की पहली लाइन रेडलाइन पर सफर की शुरुआत 15 अगस्त से होने जा रही है। इसको लेकर पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने किराया तय कर दिया है। दिलचस्प बात यह है कि पटना में मेट्रो का न्यूनतम किराया दिल्ली मेट्रो से ज्यादा होगा। जहां दिल्ली मेट्रो में न्यूनतम किराया 10 रुपए है, वहीं पटना मेट्रो में यह 15 रुपए रहेगा।
इतना होगा किराया
पटना मेट्रो के अधिकारियों के मुताबिक 0 से 3 किमी तक 15 रुपए तो 3 से 6 किमी तक का किराया 30 रुपए होगा। रेडलाइन की पहली फेज की लंबाई करीब 6.50 किमी है। यानी मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक सफर करने पर यात्रियों को 30 रुपए किराया देना होगा।
बिजली पर निर्भर है किराया
मेट्रो प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि यह किराया तभी स्थिर रह पाएगा जब मेट्रो को बिजली नो प्रॉफिट-नो लॉस आधार पर दी जाएगी। हाल में बिहार विद्युत विनियामक आयोग में मेट्रो प्रबंधन ने रेलवे की दर पर सस्ती बिजली देने की मांग की थी। इससे किराया नियंत्रित रह सकेगा और अन्य सार्वजनिक परिवहन की तुलना में कम रहेगा। इस पर 15 जुलाई को फिर सुनवाई होगी।
सुबह 5 से रात 11 बजे तक चलेगी मेट्रो
मेट्रो अधिकारियों ने कहा कि पटना मेट्रो का संचालन सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक होगा। उन्होंने कहा कि रेलवे से मेट्रो की तुलना नहीं की जा सकती, क्योंकि रेलवे 24 घंटे चलती है और मालगाड़ियां भी चलती हैं जिससे उसे लाभ होता है। जबकि मेट्रो पूरी तरह यात्री सेवा के लिए है। अधिकारियों के मुताबिक पटना मेट्रो से यात्री तेज, सुरक्षित और समयबद्ध यात्रा कर सकेंगे। इससे जाम से भी मुक्ति मिलेगी और लोग शहर में लग्जरी यात्रा का आनंद उठा सकेंगे।
कहां से कहां तक चलेगी ट्रेन
मालूम हो कि, पटना में मेट्रो परियोजना तेजी से आकार ले रही है। पूरी योजना के मुताबिक कुल 34.39 किमी में मेट्रो दौड़ेगी। इसके लिए दो कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर (16.94 किमी) और नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर (14.45 किमी)। पटना मेट्रो परियोजना को दो चरणों (फेज) में बांटा गया है। पहले फेज में कुल 26 मेट्रो स्टेशन पर काम चल रहा है। इसमें 13 स्टेशन एलिवेटेड यानी जमीन के ऊपर बनाए जा रहे हैं। वहीं 13 स्टेशन अंडरग्राउंड यानी जमीन के नीचे बनाए जाएंगे।
मेट्रो की कितनी लंबाई
एलिवेटेड ट्रैक कुल 13.91 किमी लंबा होगा, जो शहर के ऊपरी हिस्से से होकर गुजरेगा। वहीं अंडरग्राउंड ट्रैक कुल 18.59 किमी लंबाई में बनाया जा रहा है, जो पटना के घने आबादी वाले इलाकों से गुजरते हुए जमीन के नीचे से निकलेगा। पटना मेट्रो परियोजना पर कुल 19,500 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। अधिकारियों के मुताबिक, योजना के तहत सभी स्टेशन व ट्रैक निर्माण का काम समयसीमा के भीतर पूरा करने का प्रयास हो रहा है।