उर्दू और बांग्ला टीईटी अभ्यर्थियों का जदयू कार्यालय पर बोला हल्ला, 10 साल से नहीं जारी हुआ परिणाम अब करेंगे आत्मदाह
पिछले 10 वर्ष से ज्यादा समय से परिणाम जारी होने का इन्तजार कर रहे उर्दू और बांग्ला टीईटी अभ्यर्थियों का बुधवार को जोरदार गुस्सा फूटा. उन्होंने जदयू कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया.

Bihar News: उर्दू और बांग्ला टीईटी (TET) अभ्यर्थियों ने बुधवार को पटना स्थित जेडीयू (JDU) कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी पिछले 10 वर्षों से 2013 में आयोजित उर्दू और बांग्ला टीईटी परीक्षा के परिणाम की घोषणा की मांग कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर उनका रिजल्ट रोक रही है, जबकि उसी वर्ष हिंदी टीईटी का परिणाम पहले ही जारी किया जा चुका है और बहालियाँ भी हो चुकी हैं।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर जल्द ही उनकी मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो वे आत्मदाह जैसा कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे। अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने सड़क से लेकर कोर्ट तक न्याय की गुहार लगाई, लेकिन अब तक उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है, कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
अभ्यर्थियों ने सरकार पर भाषा और वर्ग के आधार पर भेदभाव करने का आरोप भी लगाया। उनका कहना है कि यह सिर्फ रोजगार का नहीं, न्याय और समानता का भी मामला है।
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की मुख्य मांगों में 2013 में आयोजित उर्दू और बांग्ला TET परीक्षा का रिजल्ट तुरंत जारी किया जाए. . बहाली प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए. आंदोलनकारी अभ्यर्थियों को सरकारी स्तर पर स्पष्ट जवाब दिया जाए. सरकार की ओर से अब तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन अभ्यर्थियों की नाराज़गी लगातार बढ़ती जा रही है। अगर जल्द समाधान नहीं निकला, तो यह आंदोलन और भी उग्र रूप ले सकता है।