Vande Bharat Express: बिहार की वंदे भारत एक्सप्रेस के महंगे किराया के साथ लेटलतीफी मुफ्त, घंटों की देरी से यात्रियों का फूट रहा गुस्सा, कहा-सुधार लाओ

Vande Bharat Express: बिहार में सेमी हाई-स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का सफर उम्मीदों पर ब्रेक लगाता नजर आ रहा है, जिससे यात्रियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है।

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घंटों की देरी से यात्रियों का फूट रहा गुस्सा- फोटो : social Media

Vande Bharat Express: बिहार में सेमी हाई-स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का सफर उम्मीदों पर ब्रेक लगाता नजर आ रहा है। 130 किमी प्रतिघंटे की अधिकतम रफ्तार वाली ये ट्रेनें कहीं 74 तो कहीं 64 किमी प्रतिघंटे की औसत रफ्तार से रेंग रही हैं। पटना से विभिन्न शहरों के लिए चलने वाली चार वंदे भारत ट्रेनें बार-बार देरी की शिकार हो रही हैं, जिससे यात्रियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। 

पटना से न्यू जलपाईगुड़ी जाने वाली वंदे भारत ट्रेन देरी के मामले में अव्वल है। 4 मई को यह ट्रेन 1 घंटे 1 मिनट लेट पहुंची, जबकि 3 मई को 41 मिनट की देरी दर्ज की गई। किशनगंज, बेगूसराय, और खगड़िया के आसपास अघोषित ठहराव वाले स्टेशनों पर यह ट्रेन अनावश्यक रूप से रुक रही है। लखनऊ-पटना वंदे भारत भी 15 से 24 मिनट की देरी के साथ यात्रियों की धैर्य परीक्षा ले रही है। 4 मई को यह ट्रेन 24 मिनट लेट थी, खासकर डीडीयू से आरा और आरा से पटना के बीच ज्यादा देरी देखी गई। हावड़ा-पटना वंदे भारत हर दिन 11 से 15 मिनट लेट चल रही है। बख्तियारपुर से मोकामा और मोकामा से लखीसराय के बीच बिना ठहराव वाले स्टेशनों पर रुकने से यात्रियों का समय बर्बाद हो रहा है। आसनसोल और जामताड़ा के पास यह ट्रेन औसतन 20 मिनट लेट हो रही है। पटना से रांची और टाटानगर जाने वाली वंदे भारत भी औसतन 10 मिनट लेट है, और पिछले एक हफ्ते में दो दिन यह आधे घंटे से ज्यादा देरी से चली। 

न्यू जलपाईगुड़ी-पटना वंदे भारत के यात्री  ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि किशनगंज में ट्रेन आने और जाने में अनावश्यक देरी हो रही है। यात्रियों का कहना है कि महंगा किराया दे रहे हैं, ऊपर से लेटलतीफी! एक अन्य यात्री राकेश ने शिकायत की कि वंदे भारत की औसत रफ्तार पहले ही कम है, और घंटों की देरी से सफर का सारा मजा किरकिरा हो जा रहा है।रेलवे अधिकारियों का कहना है कि सामान्य तौर पर ट्रेनें समय पर चल रही हैं, लेकिन तकनीकी खराबी या अन्य ट्रेनों की देरी के कारण कभी-कभार लेटलतीफी हो रही है। पूमरे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी सरस्वती चंद्र ने कहा, "हम लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। कुछ मार्गों पर तकनीकी कारणों से व्यवधान के चलते देरी संभव है। 

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वंदे भारत एक्सप्रेस को बिहार में रेल यात्रा का भविष्य माना जा रहा था, लेकिन लगातार देरी और धीमी रफ्तार ने यात्रियों के उत्साह पर पानी फेर दिया है। यात्रियों की मांग है कि रेलवे इस 'सेमी हाई-स्पीड' ट्रेन को उसकी वास्तविक रफ्तार और समयबद्धता के साथ चलाए, ताकि सफर का आनंद बरकरार रहे। क्या रेलवे इस सनसनीखेज संकट का समाधान कर पाएगा, या वंदे भारत की साख पर और सवाल उठेंगे?