Patna - मंगलवार को केंद्र सरकार के द्वार संसद में वन नेशन वन इलेक्शन बिल पेश किया गया । इसको लेकर सभी राजनीतिक दलों के तरफ से प्रतिक्रिया दी जा रही है। इसी कड़ी में बिहार भाजपा से प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जयसवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि देश में बार-बार चुनाव होने के कारण विकास की प्रक्रिया बाधित होती है। बार-बार आदर्श आचार संहिता लागू होने से न केवल प्रशासनिक कार्य रुकते हैं, बल्कि सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन भी प्रभावित होता है। साथ ही, चुनाव प्रक्रिया में खर्च होने वाले धन और समय का सदुपयोग राष्ट्र निर्माण के कार्यों में किया जा सकता है।
"एक देश, एक चुनाव" के प्रमुख लाभ को गिनाते हुए डॉ जायसवाल ने कहा कि बार-बार चुनाव कराने से सरकार और निर्वाचन आयोग पर भारी आर्थिक बोझ पड़ता है। "एक देश, एक चुनाव" से देशभर में चुनाव एक ही समय पर संपन्न होंगे, जिससे समय और पैसे की बचत होगी।बार-बार चुनाव के कारण सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में देरी होती है। एक ही समय पर चुनाव होने से आचार संहिता बार-बार लागू नहीं होगी और सरकारें बिना किसी रुकावट के विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगी। चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारियों और सुरक्षा बलों को तैनात किया जाता है, जिससे नियमित प्रशासनिक कार्य बाधित होते हैं। "एक देश, एक चुनाव" से प्रशासनिक कार्यों में स्थिरता आएगी। उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव होने से राजनीतिक दलों और नेताओं का ध्यान विकास कार्यों से हटकर चुनावी राजनीति में लगा रहता है। "एक देश, एक चुनाव" से इस राजनीतिक अस्थिरता को समाप्त किया जा सकता है। एक ही समय पर चुनाव होने से जनता को बार-बार मतदान की प्रक्रिया से गुजरना नहीं पड़ेगा, जिससे उनकी भागीदारी में उत्साह और विश्वास बना रहेगा।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में "एक देश, एक चुनाव" को साकार करने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। यह एक दूरदर्शी पहल है, जो भारत को एक सशक्त लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि यह समय की मांग है कि सभी राजनीतिक दल अपने मतभेदों को छोड़कर राष्ट्रहित में इस पहल का समर्थन करें।
वंदना की रिपोर्ट