क्या आप निवेश के जोखिम को समझते हैं? जानिए ‘100-आयु नियम’ से जोखिम का सही संतुलन

निवेश की दुनिया में हर कोई यही जानना चाहता है कि किस संपत्ति में कितना पैसा लगाना चाहिए। खासकर जब बात हो इक्विटी जैसी जोखिम भरी संपत्तियों की, तो सवाल यह उठता है कि कितना जोखिम उठाना चाहिए?अगर आप भी इस सवाल का सही उत्तर जानना चाहते हैं, तो निवेश विशेषज्ञों की सलाह पर ‘100-आयु नियम’ जरूर ध्यान दें। यह नियम आपको निवेश में जोखिम और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाने का सरल तरीका देता है।
‘100-आयु नियम’ क्या है?
‘100-आयु नियम’ एक आसान गणना है जो यह बताती है कि आपकी उम्र के आधार पर कितनी राशि इक्विटी (शेयर बाजार) में लगानी चाहिए और कितनी सुरक्षित संपत्तियों (जैसे डेट, एफडी) में रखनी चाहिए। इस नियम के मुताबिक, आपकी उम्र को 100 से घटाएं और जो परिणाम आए, वह वह प्रतिशत है जिसे आपको इक्विटी जैसे जोखिम वाले निवेशों में लगाना चाहिए। बाकी की राशि सुरक्षित निवेशों में रखी जानी चाहिए।
कैसे काम करता है ये नियम?
मान लीजिए, आपकी उम्र 32 वर्ष है, तो:
100 - 32 = 68
इसका मतलब यह है कि आपको 68% धन शेयर बाजार जैसे इक्विटी निवेश में लगाना चाहिए और 32% धन डेट या एफडी जैसे सुरक्षित विकल्पों में रखना चाहिए। यह गणना निवेशकों को यह तय करने में मदद करती है कि जोखिम और सुरक्षा के बीच सही संतुलन कैसे बनाए रखा जाए।
क्यों है यह नियम महत्वपूर्ण?
- जवान निवेशकों के लिए: यदि आप युवा हैं, तो आपके पास समय है, और आपको ज़्यादा जोखिम लेने का मौका होता है। शेयर बाजार में निवेश करने से आपकी संपत्ति लंबे समय में ज्यादा बढ़ सकती है।
- बुजुर्ग निवेशकों के लिए: जैसे-जैसे आप उम्र में बढ़ते हैं, आपको जोखिम कम करने और सुरक्षित निवेशों में अधिक पैसे लगाने की आवश्यकता होती है। यह आपको फाइनेंशियल सुरक्षा देता है, खासकर जब आप रिटायरमेंट के करीब हों।
क्या होगा अगर इस नियम को नजरअंदाज किया?
जोखिम का अत्यधिक बोझ उठाने से अस्थिरता और नुकसान हो सकता है, जबकि अधिक सुरक्षित निवेशों में पैसा रखने से आपके रिटर्न कम हो सकते हैं। इस संतुलन की कमी आपकी फाइनेंशियल गोल्स को प्रभावित कर सकती है।
यह नियम आपको निवेश में स्मार्ट बना सकता है
‘100-आयु नियम’ केवल एक गणना नहीं, बल्कि एक रणनीति है, जो आपके निवेश को उम्र के अनुसार संतुलित और सुरक्षित बनाती है। चाहे आप अपनी नौकरी के शुरुआती दिनों में हों या रिटायरमेंट के करीब, यह नियम आपके जोखिम प्रबंधन को आसान और समझदार बनाता है। तो क्या आप तैयार हैं अपने निवेश को जोखिम और सुरक्षा के संतुलन के साथ नई दिशा देने के लिए? ‘100-आयु नियम’ अपनाकर, आज से शुरू करें स्मार्ट और सुरक्षित निवेश की योजना। क्योंकि निवेश वही है, जो आपके भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए आज सही दिशा में किया जाए।