जीएसटी रजिस्ट्रेशन अब और आसान: 7 दिन में मिलेगा अप्रूवल, सरकार ने बदले नियम, अफसरों को दिए सख्त निर्देश

जीएसटी रजिस्ट्रेशन में देरी और अनावश्यक दस्तावेज़ों की मांग से परेशान कारोबारियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। केंद्र सरकार ने जीएसटी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को तेज़, पारदर्शी और कम झंझट वाला बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने शुक्रवार को जीएसटी रजिस्ट्रेशन आवेदनों की प्रोसेसिंग को लेकर संशोधित दिशानिर्देश जारी किए हैं, जो न केवल अनुपालन का बोझ कम करेंगे, बल्कि अधिकारियों की जवाबदेही भी तय करेंगे।
नए नियमों के तहत, सामान्य आवेदनकर्ताओं को सिर्फ 7 दिनों के भीतर जीएसटी रजिस्ट्रेशन मिल जाएगा। हालांकि, जिन आवेदनों को "रिस्की" या जोखिमपूर्ण माना जाएगा, उनकी जांच फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद 30 दिनों के अंदर पूरी की जाएगी। यह कदम उन व्यापारियों के लिए राहत की सांस है, जिन्हें पहले बार-बार दस्तावेज़ जमा करने और लंबी प्रतीक्षा का सामना करना पड़ता था।
राजस्व विभाग को मिली शिकायतों में सबसे आम मुद्दा था — अधिकारियों द्वारा अनावश्यक दस्तावेज़ों की मांग। इसे ध्यान में रखते हुए, CBIC ने सख्त निर्देश दिए हैं कि अधिकारी सिर्फ निर्धारित दस्तावेज़ों की सूची के आधार पर ही प्रोसेसिंग करें। छोटी-मोटी त्रुटियों या अनावश्यक कागजात के आधार पर अब नोटिस जारी नहीं किए जाएंगे। अगर किसी विशेष मामले में अतिरिक्त दस्तावेज़ की आवश्यकता हो, तो उप/सहायक आयुक्त से पूर्व स्वीकृति लेना अनिवार्य होगा।
CBIC ने सभी मुख्य आयुक्तों को निर्देश दिया है कि वे इस प्रक्रिया पर सख्त निगरानी रखें, और जरूरत पड़ने पर ट्रेड नोटिस जारी करें। इतना ही नहीं, अगर कोई अधिकारी इन दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वित्त मंत्रालय का कहना है कि यह कदम "Ease of Doing Business" को मजबूती देने की दिशा में है। इससे छोटे व्यापारियों और नए उद्यमियों को रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में बार-बार दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे, और वे जल्द कारोबार शुरू कर सकेंगे।
सरकार अब जीएसटी रजिस्ट्रेशन को कागज़ी झंझटों से निकालकर डिजिटल सरलता की दिशा में ले जा रही है। यह बदलाव न केवल पारदर्शिता को बढ़ावा देगा, बल्कि व्यापारिक माहौल को भी सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा।
एक क्लिक से कारोबार शुरू करने का सपना अब हकीकत बनने के करीब है।