BiG Breaking।बालू कारोबारी रमाकांत यादव हत्याकांड में बड़ा खुलासा! इस बालू माफिया का आया नाम

रमाकांत यादव बेटे अभिषेक कुमार ने रानीतलाब थाने में एफ़आइआर दर्ज कराया है. एफ़आइआर में हत्या की साजिश रचने का आरोप एक बालू के कारोबार से जुड़े अंजनी व इसके भाई पवन कुमार को नामज़द करते हुए 4 अज्ञात लोगो पर चस्पा किया है

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बालू कारोबारी रमाकांत यादव हत्याकांड में बड़ा खुलासा! इस बालू माफिया का आया नाम- फोटो : NEWS 4 NATION

N4N डेस्क: पटना जिले के रानी तालाब थाना क्षेत्र के धाना गांव में गुरुवार उस समय सनसनी फैल गई, जब बालू कारोबारी रमाकांत यादव की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. बताया जाता है कि 50 वर्षीय रमाकांत अपने घर के सामने बगीचे में टहल रहे थे, तभी हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग की, दो गोलियां उनकी छाती में लगीं, और वह मौके पर ही ढेर हो गए. हमलावर घटना के बाद फरार हो गए. अब 24 घंटे बाद इस काण्ड में एक बड़े बालू माफिया का नाम सामने आया है. न केवल नाम आय है बल्कि बाकायदा परिजनों उसे और उसके भाई को नामज़द करते हुए FIR दर्ज करा दिया है. मृतक के बेटे अभिषेक कुमार ने रानीतलाब थाने में एफ़आइआर दर्ज कराया है. एफ़आइआर में हत्या की साजिश रचने का आरोप एक बालू के कारोबार से जुड़े अंजनी व इसके भाई पवन कुमार को नामज़द करते हुए 4 अज्ञात लोगो पर चस्पा किया है.वही इस हत्याकांड के बाद घटनास्थल पर पहुचे सिटी एसपी भानू प्रताप ने एसआईटी गठित कर दिया है.


मारे गए रमाकांत यादव के बेटे ने एफ़आइआर में लिखा है की बीते दिनांक 10 जुलाई 25 को समय करीब 4.30 बजे संध्या में पिता जी रामाकान्त यादव से 50 मीटर के दूरी पर था.रामाकान्त यादव आगे चले गये इसी में दो गोली की आवाज़ सुनाई दिया. बगीचा के पास पहुंचा तो देखा की मेरे पिता रामाकान्त यादव ख़ून से लथपथ है. गाड़ी में लादकर बिहटा स्थित एनएसआईटी हॉस्पिटल ले गया जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.


वही बेटे अभिषेक ने घटना को अंजाम देने के बाद तीन-चार अपराधी पैदल भाग गये.मृतक के पुत्र अभिषेक कुमार ने एफ़आइआर में लिखा है की जनपारा मेरे पापा के टीम को हो गया था. वह बालू घाट अंजनी मुखिया के गांव में था.इसको लेकर रामाकान्त यादव घर परिवार में अक्सर कहता था की अंजनी मुखिया और उसके भाई पवन द्वारा मेरी हत्या की साजिश रची जा रही है.जानकारों की मानें तो जनपारा बालू घाट बिहार में सबसे महंगा घाट नीलामी हुआ था जो उदय राणा प्रताप करसा के नाम निबंधित था.बाद में उदय राणा प्रताप ने जनपारा बालू घाट को सरेंडर कर दिया है. 

जनपारा से जामताड़ा तक

बालू घाट सिंडिकेट संचालन के लिए रामाकान्त यादव ने बिहार से लेकर पडोसी राज्य तक फैला हुआ है.इस कारोबार में कई सफ़ेद पोशो के करोड़ों रूपए लिए लगे हुए थे. घटना में शामिल अपराधियों के गिरफ़्तारी के लिए सिटी एसपी भानू प्रताप सिंह ने एसआईटी गठित कर दिया है.पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है.गठित एसआईटी ताबड़तोड़ छापेमारी कर रहीं है.