बीडीओ पर कार्यालय में हमला, गंभीर हालत में अस्पताल भेजा गया,चरित्र प्रमाणपत्र पर साइन में देरी पर भड़का था युवक
Bihar Crime: चरित्र प्रमाणपत्र पर साइन की देरी ने प्रशासनिक अमले को दहला डाला। एक युवक दिनदहाड़े प्रखंड विकास पदाधिकारी के कक्ष में घुस गए और उन्हें बेरहमी से पीट डाला।

Lakhisarai: सूर्यगढ़ा प्रखंड कार्यालय शनिवार को रणभूमि में तब्दील हो गया, जब चरित्र प्रमाणपत्र पर साइन की देरी ने प्रशासनिक अमले को दहला डाला। थाना क्षेत्र के मानो गांव के दो युवक हिमांशु कुमार और उसका बड़ा भाई शिवम दिनदहाड़े प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) मंजुल मधुप के कक्ष में घुस गए और उन्हें बेरहमी से पीट डाला।
घटना सुबह करीब 11:30 बजे अंबेडकर सभा भवन में हुई। बीडीओ मंजुल मधुप ने बताया कि तीन दिन पहले ही दोनों युवक चरित्र प्रमाणपत्र पर हस्ताक्षर करा चुके थे। शनिवार को अचानक वे दोबारा पहुंचे और कहा कि एक कागज छूट गया है, उस पर तुरंत साइन कर दीजिए। बीडीओ ने अन्य कार्यों में व्यस्तता बताते हुए कुछ देर इंतजार करने को कहा। बस यही बात युवकों को नागवार गुजरी और देखते ही देखते कार्यालय का माहौल बेकाबू हो गया।
गुस्साए हिमांशु और शिवम ने गाली-गलौज शुरू कर दी और अचानक बीडीओ पर हमला बोल दिया। वे हाथापाई पर उतर आए और फिर पास रखी कुर्सी उठाकर बीडीओ के ऊपर दे मारी। हमले में बीडीओ की आंख के ऊपर गंभीर चोट आई और वे लहूलुहान हो गए। आनन-फानन में उन्हें सीएचसी ले जाया गया, जहां से हालत नाजुक देखते हुए लखीसराय सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
हमलावरों का कहर यहीं नहीं रुका। बीच-बचाव करने पहुंचे निर्वाचन कर्मी दीपक कुमार और बीडीओ के ड्राइवर मृत्युंजय कुमार को भी दोनों ने धक्का-मुक्की और मारपीट कर घायल कर दिया। कार्यालय का माहौल अफरातफरी में बदल गया। हालांकि मौके पर मौजूद अन्य कर्मचारियों ने हिम्मत दिखाई और दोनों हमलावरों को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया।
घटना के बाद प्रखंड कार्यालय के सभी कर्मचारी गुस्से में आ गए। उनका आरोप है कि वे लंबे समय से सुरक्षा की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने कभी ध्यान नहीं दिया। अब हालत यह है कि न तो अधिकारी और न ही कर्मचारी खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
इधर, पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, इस बर्बर हमले ने पूरे प्रशासनिक अमले को झकझोर दिया है।