Bihar Vidhansabha Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों पर आया बड़ा अपडेट, अधिकतम तीन चरण में मतदान, नवंबर में रिजल्ट
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से सम्पन्न कराने के साथ ही इस बार चुनाव को रिकॉर्ड समय में पूरा कराने के लिए निर्वाचन आयोग की बड़ी तैयारी है. वहीं मतगणना नवम्बर में होगी.

Bihar Vidhansabha Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीख तय करने को लेकर चुनाव आयोग ने बड़ी तैयारी शुरू कर दी है. पिछली बार वर्ष 2020 में बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर 3 चरणों में चुनाव हुआ था. सूत्रों की मानें तो इस बार चुनाव की पूरी प्रक्रिया को और कम करने को लेकर मंथन जारी है. बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है. ऐसे में चुनाव की पूरी प्रक्रिया उससे पहले ही पूरी होनी है. इसे लेकर निर्वाचन आयोग की ओर से अभी से बड़ी तैयारी की जा रही है. इसमें चुनाव के दौरान आने वाले त्योहारों को भी ध्यान में रखा जाएगा ताकि मतदान किसी तरह से प्रभावित न हो.
दरअसल, विधानसभा चुनाव 2020 में तीन चरण में वोटिंग हुई थी. तब 28 अक्टूबर को पहले चरण में 16 जिलों की 71 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हुई. वहीं 3 नवम्बर को दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 विधानसभा सीटों और 7 नवंबर को तीसरे चरण में 15 जिलों की 78 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ था. वहीं चुनाव परिणाम 10 नवम्बर को आया था जब सभी 243 सीटों पर एक साथ मतदान हुआ था. ऐसे में इस बार के चुनाव को तीन चरण से कम में सम्पन्न कराने पर भी विचार जारी है. सूत्रों की मानें तो निर्वाचन आयोग का इस पर मंथन जारी है. अगर दो चरण में चुनाव कराना संभव नहीं हुआ तो पिछली बार की तरह ही 3 चरण में चुनाव हो सकता है.
बिहार दौरा करेंगे मुख्य चुनाव आयुक्त
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार इसी महीने जून में बिहार का दौरा करने वाले हैं. वे बिहार में चल रही चुनावी तैयारियों की समीक्षा करेंगे. इसमें चुनावी प्रक्रिया को मजबूत और मतदाताओं की सुविधा बढ़ाने के साथ साथ बूथ स्तरीय चुनाव अधिकारियों को प्रशिक्षित करने पर मुख्य फोकस रह सकता है. वहीं चुनाव शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो इसे लेकर भी सभी तैयारियों को देखा जाएगा. राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियो से भी बैठकों का दौर चल सकता है.
मतदाता सूची की दूर होगी शिकायतें
पिछले महीनों के दौरान महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली में मतदाता सूची को लेकर कथित आरोप लगे थे. चुनाव आयोग की कोशिश है कि बिहार में इस प्रकार की शिकायतें सामने ना आये. इसे लेकर बीएलओ कीविशेष ट्रेनिंग पर ध्यान दिया गया है. सभी बीएलओ को पहचान पत्र दिए जाएंगे ताकि वे घर-घर जाकर सत्यापन कर सकें. बिहार में मतदाता सूची अपडेट कराने के लिए अभियान चलाया जाएगा ताकि 18 वर्ष तक के युवाओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ा जा सके. वहीं डुप्लीकेट EPIC नंबर नहीं हों इस पर खास ध्यान दिया जाएगा.
सितम्बर से आचार संहिता!
माना जा रहा है कि सितंबर से अक्टूबर के बीच आचार संहित लागूहो सकती है। साथ ही ये भी माना जा रहा है कि अक्टूबर से नवंबर के शुरुआती हफ्तों के बीच मतदान और मतों की गिनती प्रक्रिया समाप्त कराई जा सकती है। हालांकि, चुनाव आयोग की आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस का इंतजार है।
अभिजीत की रिपोर्ट