MUZAFFARPUR : जिले में पर्यावरण की अनदेखी करने वाले 125 निजी नर्सिंग होम पर ताला लगेगा। सिविल सर्जन ने नर्सिंग होम को बंद करने की नोटिस उनके संचालकों को भेज दिया है। इन संचालकों ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को प्रदूषण नियंत्रण के दस्तावेज नहीं सौंपे हैं।
बोर्ड ने ऐसे नर्सिंग होम को चिन्हित कर सीएस कार्यालय को इनके नाम के साथ कार्रवाई का पत्र भेजा था। ये नर्सिंग होम जूरन छपरा से लेकर उमानगर तक के इलाके के बीच के हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से पत्र आने के बाद सीएस कार्यालय से इन सभी नर्सिंग होम को नोटिस भेजा गया है। नोटिस में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से आये पत्र का हवाला देते हुए नर्सिंग होम को बंद करने को कहा गया है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सीएस को भेजे पत्र में कहा है कि इन नर्सिंग होम को कई बार पत्र लिखकर प्रदूषण नियंत्रण से जुड़े हुए दस्तवेज मांगे गये। लेकिन नर्सिंग होम ने दस्तावेज नहीं सौंपे। इन सभी नर्सिंग होम में बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण की भी व्यवस्था नहीं है और इसके लिए कोई कदम भी नहीं उठाया गया है।
अस्पताल में पानी और वायु को प्रदूषण से बचाने के लिए कोई उपाये नहीं किये गये हैं। सिविल सर्जन डा यू सी शर्मा ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश के बाद इन सभी नर्सिंग होम को बंद करने का नोटिस जारी किया गया। ये प्रदूषण नियंत्रण के मानक पर खरे नहीं पाये गये हैं। बोर्ड की सख्ती के बाद और भी नर्सिग होम की जांच चल रही है।
मुजफ्फरपुर से अरविन्द अकेला की रिपोर्ट