N4N Desk: घटना प्रदेश के छपरा का है, जहां पुलिस की लापरवाही जानकर आप भी दंग रह जाएंगे। लेट FIR की घटना अपने बहुत सुनी होगी लेकिन आज जो घटना हम आपको बताने वाले है वो रिकॉर्ड ब्रेकिंग है. दरअसल, राज्य के छपरा में एक घटना के 25 साल बाद एफआइआर दर्ज किए जाने का मामला प्रकाश में आया है.
क्या है मामला
छपरा शहर के राजकीय बालिका विद्यालय परिसर में वर्ष 1993 में इनडोर स्टेडियम का निर्माण शुरू हुआ था। इसी साल अंधी आने से स्टेडियम का दीवार गिर गया। इसके बाद निर्माण कार्य रुक गया। तत्कालीन डीएम ने इसकी जांच विजिलेंस को सौंप दी। जांच की रफ्तार ऐसी रही कि 25 वर्ष लग गए लेकिन कोई सुध नहीं ली गयी.
एफआइआर दर्ज कराने की भी सुधि तब आई जब विधान परिषद में सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद डॉ. वीरेंद्र नारायण यादव ने मामले को उठाया। आयुक्त की अनुशंसा पर योजना एवं विकास विभाग के अपर सचिव ने डीएम को प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया।
बड़े स्तर पर हो रहा था निर्माण
स्टेडियम का निर्माण बड़े स्तर पर हो रहा था. 1993 में 29 लाख 95,176 की लागत से इंडोर स्टेडियम का निर्माण शुरू किया गया था। जो की उनदिनों काफी मायने रखती थी. लेकिन एक अंधी ने सं बेकार कर दिया