पटना- नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर मंगलवार की सुबह बड़ा हमला बोला है. बिहिया कांड को लेकर तेजस्वी ने नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. तेजस्वी ने मंगलवार की सुबह ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार से कहा है कि मानवता, शर्म और संवेदना बची है तो राजभवन पहुंचिए.
नीतीश जी के कुशासनी राज में कल बिहार के आरा में एक महिला को निर्वस्त्र दौड़ा-दौड़ा कर मॉब लिंचिंग की कोशिश की गई।
इंसानियत को तार-तार करने वाली इस घिनौनी घटना को देख व सुन रूह कांप गयी।
नैतिक बाबू, अगर मानवता, शर्म और संवेदना बची है तो अंतरात्मा जगा जल्दी से राजभवन पहुँचिये।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 21, 2018
तेजस्वी ने ट्वीट किया है कि नीतीश जी के कुशासनी राज में कल बिहार के आरा में एक महिला को निर्वस्त्र दौड़ा-दौड़ा कर मॉब लिंचिंग की कोशिश की गई। इंसानियत को तार-तार करने वाली इस घिनौनी घटना को देख व सुन रूह कांप गयी। नैतिक बाबू, अगर मानवता, शर्म और संवेदना बची है तो अंतरात्मा जगा जल्दी से राजभवन पहुँचिये.
आपको बता दें कि सोमवार को बिहिया में रेलवे स्टेशन के पास हैवानियत का नंगा नाच देखने को मिला था. पूरी तरह कानून को ठेंगे पर रखकर हैवानों ने एक महिला को हत्या के आरोप में नंगा कर बीच सड़क पर दौड़ा दिया. दरअसल बिहिया रेलवे स्टेशन के पास सोमवार को विमलेश कुमार नाम के युवक का शव बरामद हुआ था. लोगों को आशंका थी कि विमलेश कुमार की हत्या कर दी गयी है. विमलेश के नजदीकी लोगों ने बिहिया रेलवे स्टेशन के पास रहने वाली एक महिला पर हत्या कराने का शक जताया. इसके बाद सैकड़ों की तादाद में लोग इकट्ठा हो गये.
उन्मादी भीड़ ने महिला के घर पर हमला बोल दिया और उसके घर को जला दिया. हैवानों के हैवानियत यहीं नहीं रुकी. कानून राज को चुनौती देते हुए उस भीड़ ने महिला को खींच कर सड़क पर निकाला. सरेआम उसके कपड़े फाड़ दिये गये और उसे नंगा कर दिया गया. हैवानों का खेल यहीं नहीं रुका. महिला को नंगा करके सड़क पर दौड़ा दिया गया. सड़क पर दौड़ती महिला के पीछे शैतान बने लोगों की फौज थी जो उसे लगातार पीट रही थी.हालांकि इस मामले के प्रकाश में आने के बाद रश्मी कार्रवाई करते हुए बिहिया थानेदार और रेलवे एसओ समेत 8 पुलिसकर्मियों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.