PATNA: लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं। इसी कड़ी में सीएम नीतीश के खास मंत्री विजय चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जातीय जनगणना को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि, इंडिया गठबंधन के गठन के बाद सीएम नीतीश ने जातीय जनगणना करने का प्रस्ताव रखा था। जिसे राहुल गांधी ने ममता बनर्जी के इशारे पर ठुकरा दिया था। वहीं अब जातीय जनगणना करना की ढोंग कर रहे हैं।
मंत्री विजय कुमार चौधरी ने राहुल गांधी के बयान कि जाति जनगणना उनकी जिंदगी का मिशन है, पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी का पाखंड है। उनमें अगर ईमानदारी एवं हिम्मत होती तो पहले इसकी मिसाल पेश करने वाले और देश को रास्ता दिखाने वाले नीतीश कुमार के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते, जिनकी ये मौलिक सोच रही है।
विजय चौधरी ने यह भी कहा कि देशभर के लोग जानते हैं कि इंडी गठबंधन के शुरुआती दौर में ही नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना को प्रमुख मुद्दा बनाने का प्रस्ताव दिया था, जिसे राहुल गांधी ने ममता बनर्जी के इशारे पर खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा कि अब जब बिहार में जातीय गणना करायी जा चुकी है और इसके आधार पर अतिपिछड़ों, पिछड़ों और अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों के लिए आरक्षण की सीमा बढ़ाई गई है और सामान्य जातियों के भी गरीब परिवारों की पहचान कर उनकी आर्थिक उन्नति की योजना लागू कर दी गई है, तो इन्हें पश्चाताप और मलाल हो रहा है। जनता सब समझती है।
उन्होंने कहा कि अभी कांग्रेस और राजद ने घोषणा पत्र जारी किया जिसमें लोगों से कुछ वादे किये हैं। लेकिन उन्होंने अपने घोषणा पत्र में जो बातें लिखी है उससे यही लगता है कि यह अपने मैनिफेस्टो को लेकर खुद गंभीर नहीं हैं। यह लोग जनता कर प्रति गंभीर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि, जदयू लोगों को सतर्क करता है कि लोग इनसे सतर्क रहे। संविधान में कई संशोधन हो चुके है संशोधन का मतलब ये नहीं की संविधान को खत्म किया जा रहा है।