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मुज़फ़्फ़रपुर में कई इलाकों में फैला बाढ़ का पानी, आवागमन के लिए नाव बना सहारा

मुज़फ़्फ़रपुर में कई इलाकों में फैला बाढ़ का पानी, आवागमन के लिए नाव बना सहारा

MUZAFFARPUR : विगत चार दिनों से हो रही बारिश के कारण बागमती,लखनदेई व मनुषमारा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है. बागमती परियोजना उत्तरी और दक्षिणी बांध के बीच अवस्थित एक दर्जन गांव के चारों तरफ बाढ़ का पानी फैल चुका है. लोगों के आवागमन के लिए सिर्फ नाव का हीं सहारा बचा हुआ है. इधर   लखनदेई व मनुषमारा नदी के जलस्तर मे भी वृद्धि जारी है. 

बागमती परियोजना उत्तरी और दक्षिणी बांध के बीच मधुवनप्रताप, पटोरी टोला, बभनगामा पश्चिमी, हरनी टोला, चहुंटा दक्षिण टोला, चैनपुर, राघोपुर, तरबन्ना, भरथुआ दक्षिण टोला, बारा बुजुर्ग, बारा खुर्द गांव के चारों तरफ बाढ़ का पानी फैल गया है. लोगों को घर से बाहर निकालने के लिए सिर्फ एकमात्र नाव का ही सहारा है. सबसे ज्यादा परेशानी बभनगामा पश्चिमी गांव के लोगों को है. यहां गांव में भी पानी फैलना शुरू हो गया है. आबादी निष्कासन के संबंध में पूछे जाने पर अंचलाधिकारी ज्ञानानंद ने कहा कि जिन जिन जगहों पर नाव की आवश्यकता है. उन सभी जगहों पर सरकारी स्तर पर नाव  चलाया जा रहा है. 

इधर लखनदेई व मनुषमारा नदी के जलस्तर में भी वृद्धि जारी है. इन दोनों नदियों का पानी धीरे धीरे नए क्षेत्रों में फैलना शुरू हो गया है. घनश्यामपुर पंचायत के गंगुली, घघरी, मधुबन, राजखंड उत्तरी व राजखंड दक्षिणी पंचायत के खेतों में लगा मक्का की फसल में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. सैकड़ों एकड़ मे लगी धान की फसलें डूब गई है. लखनदेई नदी के तटबंध कि मरम्मती नहीं किए जाने से किसानों में सरकार व प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है. बागमती संघर्ष समिति के संयोजक मो. आफताब आलम ने कहा कि विस्थापितों के लिए अनुमंडलाधिकारी पूर्वी डॉ, कुंदन कुमार का बहुत बड़ा सहयोग मिला है. मैं उनसे मधुवन प्रताप, बाभनगामा पूर्वी व बभनगामा पश्चिमी,अतरार घाट के लिए नाव की मांग किया था. जिसपर उन्होंने नाव देने की बात कही।

नहीं मिला नाविक को पिछले साल का परवाना

नाविक ताजीम अंसारी, खुर्शीद आलम, दिनेश भगत, दिलीप चौधरी,छोटन सहनी ने कहा कि पिछले साल बाढ़ में हमलोग लगातार नाव चलाते रहे. परंतु हमलोगों को पुराना वाला नाव का आज तक परवाना नहीं मिला है. 

मुजफ्फरपुर से मनोज कुमार की रिपोर्ट

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