DARBHANGA: बिहार में शराबंबदी कानून भले ही लागू है, लेकिन शराब के तस्कर इस कानून को लेकर पूरी तरह से बेखौफ नजर आते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण बीते दिन देखने को मिला जब चेकपोस्ट पर ड्यूटी के दौरान शराब से लदी एक स्कार्पियों ने पुलिस जवान को रौंदते हुई निकल गई। इस दौरान पुलिस जवान गाड़ी को रोकने की कोशिश सड़क पर दो सौ मीटर तक घसीटता रहा। आखिरकार जवान की मौत हो गई। मृतक का नाम सफीउर रहमान है, जो दरभंगा के मनीगाछी थाना अंतर्गत पैठान कबई का रहनेवाला है।
मृतक जवान से मिलने जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें 25 हजार रुपए का आर्थिक सहयोग किया। वहीं उन्होनें परिवार से वादा किया की जवान की बेटी की शादी में जाप द्वारा हरसंभव मदद की जाएगी। इसके लिए सरकार और सिस्टम को दोषी ठहराते हुए प्रदेश प्रधान महासचिव चुनमुन यादव ने कहा कि कहने को बिहार में शराबबंदी है। बावजूद इसके घर-घर शराब बिकती है। कोई ऐसा घर नहीं हैं जहां शराब नहीं मिलती है। इसमें शराब माफियाओं को सत्ता पक्ष के मंत्री और विधायक का संरक्षण प्राप्त है। वैसे थोड़ी ना माफियाओं लोगों का मनोबल बढ़ा हुआ है। हम सरकार से मांग करते हैं कि पकड़े गए दोषी और इसके पीछे शराब माफिया जो हैं, उसको पुलिस पकड़कर स्पीडी ट्रायल चलाकर फांसी की सजा दे।
इसके अलावा पार्टी ने पीड़ित परिवार को सरकार की तरफ से एक करोड़ का आर्थिक मदद देने की बात औऱ बेटे के लिए सरकारी नौकरी की मांग की। इस दौरान जाप कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो हम लोग अगला कदम उठाएंगे। मौके पर जिला अध्यक्ष मुन्ना खान विशंभर यादव दीपक जी सहित दर्जनों कार्यकर्ता परिवार से मिलने पहुंचे थे।