बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

BIHAR NEWS: तीन दिनों की बारिश में पानी- पानी हुआ पश्चिम चंपारण, कई गांव में घुसा पानी, बाढ़ जैसे हालत के बीच सरकार से मदद की आस

BIHAR NEWS: तीन दिनों की बारिश में पानी- पानी हुआ पश्चिम चंपारण, कई गांव में घुसा पानी, बाढ़ जैसे हालत के बीच सरकार से मदद की आस

BETTIAH: मॉनसून की बारिश ने बिहार में राहत से ज्यादा कहर बरपा दिया है। हर साल तेज गर्मी के बाद मॉनसून के आगमन से लोगों को सुखद अहसास होता था, लोग बारिश का लुत्फ उठाते नजर आते थे। हालांकि इस साल मॉनसून से पहले गर्मी ज्यादा पड़ी नहीं और यास तूफान की वजह से राज्य में भारी बारिश हुई और सभी जलाशय लबालब भर गए। अब मॉनसून की बारिश में सभी जलाशय ओवरफ्लो हो रहे हैं और जून के महीने में ही बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। फिलहाल बात करेंगे बिहार के पश्चिम चंपारण की, जहां तीन दिनों से लगातार हो रही बारीश से शहर से लेकर गांव तकपानी-पानी हो गया है। जिले के कई गांव में पानी घुस गया है और अभी से ही हालात बिगड़ने लगे हैं। जिले में बहने वाली गंडकस भापसा, मशान, सिकरहना सहीत सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

नेपाल की तराई इलाके में लगातार हो रही बारीश से गंडक नदी के अपस्ट्रीम से डाउनस्ट्रीम सहित उसकी सहायक नदियों मे वाल्मीकि गंडक बराज से गुरूवार सुबह 9 बजे तक 2.80 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। बड़ी मात्रा में पानी छोड़ने से सभी नदियां खतरे के निशान को पार कर गई हैं। जिला प्रशासन लगातार माइकिंग कर ग्रामीणों को ऊंचे इलाकों पर जाने की सलाह दे रहा है। भापसा नदी का जलस्तर बढ़ाने से वाल्मिकीनगर-बगहा मुख्य पथ पर पानी आ जाने आवागमन बाधित हो गया है। साथ ही कदमहावा, महुवआ, कटहरी सहित दर्जनों गांवों में पानी प्रवेश कर गया है, जिससे जिला मुख्यालय व प्रखण्ड मुख्यालय से संपर्क का टूट गया है। लोगों ने कई बार तटबंधो की मरम्मत करने को कहा था पर कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई, जिसका असर साफतौर पर दिख रहा है।

मधुबनी प्रखण्ड के दौनाहा गांव निवासी प्रभु निषाद के घर पर वर्षों पुराना पीपल का पेड़ गिर गया, जिससे घर में बैठे तीन लोग घायल हो गए है। ग्रामीण धनंजय पाण्डेय ने आपातकालीन स्थिति में जिला प्रशासन से राहत की मांग की है ताकि ग्रामीण जनता को खाना मिल सके। वहीं शेरहवा निवासी ग्रामीण महिला ने बताया की अहले सुबह मशान नदी का पानी गांव मे तेजी से प्रवेशकर गया औऱ घर में रखे सामान पानी में बह गए, जिसमें राशन भी शामिल है। लोगों के पास खाने तक का सामान नहीं बचा है और बस सरकार से मदद की आस लगाए बैठें हैं।


Suggested News