MUNGER : बिहार के मुंगेर में AK 47 के मामले में मुंगेर पुलिस ने जांच की कार्रवाई तेज कर दी है और इस मामले को लेकर एसआई की टीम भी गठित की गई है। वहीं, AK 47 के मामले को लेकर जांच के लिए मुंगेर की दो टीम जबलपुर और पश्चिम बंगाल से वापस मुंगेर आ गई और नए सिरे से लोगों से पूछताछ शुरू कर दी गई है।माना जा रहा है कि इस पूरे मामले में कई सफेदपोश बेनकाब होंगे। AK 47 नक्सलियों और अपराधियों तक पहुंचाया जाता था। गिरफ्तार मो.शमशेर आलम और रिजवाना बेगम के घर से बरामद तीन AK 47 के मामले को लेकर मुंगेर पुलिस ने दोनों भाई-बहन को शनिवार देर शाम जेल भेज दिया है और इस मामले में 24 लोगों को नामजद अभियुक्त बना कर मुफसिल थाना में प्रथामिकी दर्ज की गई है।
क्या है मामला
दरअसल 29 अगस्त को मुंगेर पुलिस ने जमालपुर थाना क्षेत्र के जुबली वेल के पास एक हथियार तस्कर इमरान नामक युबक को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार तस्कर के पास से एक बैग में तीन एके 47 सहित कई पार्ट्स पुलिस ने बरामद किया। वहीं पूछताछ के बाद गिरफ्तार तस्कर ने मध्य्प्रदेश के जबलपुर निवासी पुरुषोतम लाल का खुलासा किया था। जिसके बाद मुंगेर एसपी के निर्देश पर दो टीम का गठन किया गया और एक टीम जबलपुर और दूसरा टीम पश्चिम बंगाल भेजा गया। वहीं जबलपुर में पुरुषोतम लाल से पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ की 29 अगस्त लोकमान्य तिलक से वो और उसकी पत्नी जबलपुर से एके 47 के दो बैग लेकर जमालपुर स्टेशन आया था और एक बैग इमरान और दूसरा बैग मो शमशेर आलम को दिया था । जिसके बाद पुलिस ने 7 सितम्बर को आठ घंटे चली छापेमारी के दौरान पुलिस ने शमशेर को गिरफ्तार किया था और शमशेर की वहन रिजवाना बेगम घर एक बैग में तीन एके 47 बरामद किया था।
कैसे हुई शमशेर और पुरुषोतम में दोस्ती
दरअसल ममला है की जबलपुर में स्थांपित सेंट्रल आर्डनेंस डिपो में सीनियर स्टोर कीपर में पदस्थापित सुरेश ठाकुर से पुरुषोतम लाल से काफी जान पहचान थी। वही 2003 -04 के बीच 5 /11 बिहार रेजिमेंट में परुषोतम लाल की मुलाकत बिहार के मुंगेर जिला बरदह निवासी नियाजुल रहमान से हुई दोनों में गहरी दोस्ती थी। वही सेना में पदस्थापित नियाजुल रहमान का छोटा भाई शमशेर भाई से मिलने जाता था इस दौरना उसे परुषोतम लाल से अच्छी दोस्ती हो गयी।
कैसे हुई एके 47 की डील
दरअसल पुरुषोतम लाल जब सेना से रिटायर हो गया तो वो एक बार वो मुंगेर आया। जहां अपने दोस्त नियाजुल रहमान के घर बरदह में रुका था। वही मियाजुल रहमान के छोटे भाई शमशेर और इमरान से मुलाकात हुई। इनलोग ने परुषोतम लाल को बताया की भागलपुर जिला नक्सली का क्षेत्र है और यहां एके 47 का डिमांड ज्यादा है। जिसके बाद से परुषोतम लाल ने आर्डनेंस फैक्टरी स्टोर कीपर में पदस्थापित सुरेश ठाकुर सम्पर्क साधा और 2012 से लेकर 2018 तक 70 -80 एके 47 शमशेर और इमरान को दे चूका है।
कैसे पहुँचता था बिहार में हथियार
मध्य प्रदेश के जबलपुर स्टेशन में काफी चेकिंग होने के कारण परुषोतम का लड़का शिवेंद्र एक 47 का बैग लेकर रेलवे स्टेशन कटनी आता था,और परुषोतम और उसकी पत्नी चन्द्रवंती दोनों कटनी से एके 47 का बैग अपने बेटे से लेता था जिसके बाद पटना भागलपुर मुंगेर और जमालपुर में हथियार की सप्लाई करता था।
इमरान और शमशेर ने जिले के कुख्यात अपराधी को जोड़ा
दरअसल इमरान और शमशेर ने इस तस्करी को बढ़ाने के लिए अपने इलाके के मो इरफ़ान ,मो मंजर उर्फ़ मंजीत ,मो रिजवान ,मो मुस्तकीन उर्फ़ मंगला और सुरमा उर्फ़ मुशीर्द को इस धंधे से जोड़ा और जमुई ,गया औरंगाबाद जिले में नसक्ली और अपराधियों को एके 47 को बेचता था। वही इस धंधे में 2014-15 में जिले के कुख्यात अपराधी पवन मंडल ,सनोज यादव संजीव साह से मिलकर प्रत्येक एके 47 रायफल को दस से 15 लाख में खरीद विक्री हुआ करता था। दरअसल एके 47 के मामले में मुंगेर पुलिस ने पश्चिम बंगाल के बागडोगरा में सेना मेंपदस्थापित शमेशर के भाई को नियाजुल रहमान उर्फ़ गुल्लो को पुलिस ने गिरफ्तार कर मुंगेर ले आयी है और उससे पूछ ताछ की जा रही है वही गिरफ्तार शमशेर को रिमांड में लेकर पुलिस उससे भी पूछ ताछ कर रही है।