पटनाः बिहार विधानमंडल मॉनसून सत्र का समापन हो रहा है।इस सत्र में नीतीश कैबिनेट के 2 मंत्रियों को सदन में भारी फजीहत उठानी पड़ी है। गैरों की तो बात छोड़ दीजिए,सबसे अधिक अपनों के सवाल में मंत्री जी फंस गए और सदन में भारी किरकिरी हुई।
हम बात कर रहे हैं बिहार के नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा और शिक्षा मंत्री कृष्णंदन प्रसाद वर्मा की ।इन दोनों मंत्रियों को सदन में भारी फजीहत झेलनी पड़ी है। विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष के सदस्यों के सवालों की बौछार से मंत्री जी घायल होते रहे। पूरक सवाल ऐसी कि जवाब देनें में मंत्री जी की घिग्घी बंध जा रही थी। हालांकि विधानसभा के अद्यक्ष और परिषद के सभापति इन 2 मंत्रियों के फंसने पर सवालों के भंवर से निकालने की भरपूर कोशिश करते थे।लेकिन सवालों की धार ऐसी होती थी कि दोनों मंत्री सहन नहीं कर पाए।लिहाजा कई बार सदन में असहज स्थिति भी हुई।
शिक्षा मंत्री का लास्ट हथियार भी हो गया बेकार
सदन में शिक्षा मंत्री की तो और भी स्थिति खराब हो गई।इसी बीच कई दिन तो उनकी तबीयत भी खराब हो गई लिहाजा सदन नहीं आ सके।शिक्षा मंत्री की सबसे अधिक फजीहत विधानपरिषद में हुई।सत्तापक्ष के सदस्य जो शिक्षक प्रतिनिधि हैं उन सदस्यों ने तो शिक्षकों के मुद्दे पर शिक्षा मंत्री को जमकर घेरा।सदस्यों के सवालों का शिक्षा मंत्री जवाब नहीं दे पा रहे थे।हालांकि शिक्षा मंत्री कृष्णंदन प्रसाद वर्मा शेरो-शायरी के माध्यम से सदस्यों के सवालों की धार को कुंद करने की कोशिश जरूर करते थे।लेकिन उनकी शायरी की धार भी उन्हें सलामत नहीं निकाल पाती थी।
हालांकि शिक्षा मंत्री को विधानपरिषद में फंसते देख सभापति उन्हें जरूर याद करा देते थे कि मंत्री जी—अंतिम हथियार फेंकिए...बस मंत्री जी शुरू हो जाते थे....शेरो-शायरी के माध्यम से सदस्यों को संतुष्ट करने की कोशिश में लग जाते।
मंत्री सुरेश शर्मा को ‘पानी’ ने किया पानी-पानी
वही हाल नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा की रही।नगरनिगम में हो रही भारी गड़बड़ी और इस बरसात में राजधानी पटना समेत कई नगरनिगम क्षेत्रों में भारी जलजमाव को लेकर सत्तापक्ष से लेकर विपक्षी सदस्यों ने मंत्री सुरेश शर्मा की भारी फजीहत कर दी। पटना नगरनिगम में हो रही भारी गड़बडी समेत कई मुद्दों को लेकर सदस्यों ने मंत्री जी की जमकर फजीहत की थी। वहीं बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने तो दरभंगा में नाला निर्माण को लेकर मंत्री जी की बोलती बंद कर दी थी।अपने मंत्री की सदन में फजीहत होते देख किसी तरह ससंदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने उनकी इज्जत बचाई।वहीं हाल विधानपरिषद में भी रही..जब नगर निगम के सवाल के जवाब में गलत जानकारी देने को लेकर सदन में भारी हंगामा हुआ।सत्तापक्ष के सदस्यों ने सीधे मंत्री सुरेश शर्मा को कहा कि आपके नियंत्रण में आपके अधिकारी नहीं है।वे आपको गलत जानकारी देते हैं और आप उस गलत जानकारी को सदन में पढ़कर सदन को गुमराह कर रहे हैं।कई बार तो स्थिति ऐसी हुई कि मंत्री सुरेश शर्मा बिना जवाब दिए हीं अपनी सीट पर बैठ गए।