बेगूसराय. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को रविवार को अपने ही संसदीय क्षेत्र में भारी विरोध का सामना करना पड़ा है. उन्हें उनकी ही पार्टी के कथित कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए और गिरिराज सिंह वापस जाओ, मुर्दाबाद-मुर्दाबाद का नारा लगाए. गिरिराज सिंह रविवार को बरौनी डेयरी में आयोजित एक शिलान्यास कार्यक्रम के बाद बछवाड़ा में आयोजित एकीकृत उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे. गिरिराज का काफिला जब गुजर रहा था तब एनएच- 28 पर बछवाड़ा थाना क्षेत्र के रानी गांव के पास सड़क पर खड़े भाजपा झंडा लिए कार्यकर्ताओं ने काला झंडा दिखाकर उनका जोरदार विरोध किया. विरोध कर रहे लोगों ने गिरिराज के काफिले को घेर लिया. कार्यकर्ताओं ने हाथ में बीजेपी के झंडे के साथ साथ काले झंडे लेकर गिरिराज सिंह वापस जाओ, मुर्दाबाद – मुर्दाबाद के नारे लगाए.
भारी विरोध को देखते हुए गिरिराज सिंह का काफिला कुछ देर तक एनएच पर रूका रहा. बाद में काफी मशक्कत के बाद उनके काफिले को वहां से आगे ले जाया गया. इस दौरान विरोध कर रहे लोगों ने वहां जोरदार तरीके से गिरिराज सिंह के खिलाफ लगातार नारेबाजी की. हालांकि गिरिराज के साथ चल रहे स्कोर्ट और अन्य पुलिस वाले सहित समर्थकों ने किसी तरह उनके काफिले को वहां से आगे बढ़ाया.
गिरिराज सिंह को काले झंडे दिखाने वाले लोगों ने खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताया. उनका आरोप है कि इस इलाके से गिरिराज ने जो वादे किए वह आज तक पूरे नहीं हुए. इतना ही नहीं गिरिराज सिंह पर नौकरी के नाम पर अनियमितता बरतने का भी आरोप लगाया. लोगों ने इस इलाके में स्थापित पेप्सी फैक्ट्री में कुछ लोगों को मिली नौकरी में रिश्वत के कथित आरोप लगाए और इसके लिए गिरिराज सिंह को कटघरे में खड़ा किया.
हालांकि भाजपा के एक अन्य धड़े का कहना है कि काला झंडा दिखाने वाले वामदलों के लोग थे. उन्होंने भाजपा का झंडा लेकर भ्रमित करने की कोशिश की है. जानबूझकर गिरिराज को बदनाम करने के लिए उनके खिलाफ बेबुनियाद बातें की जा रही हैं. लोकसभा चुनाव के पहले यह भाजपा और गिरिराज के खिलाफ साजिश है. इसी को लेकर इस तरह का काला झंडा दिखाना का हथकंडा अपनाया गया. वहीं काफी हंगामे और नारेबाजी के बीच गिरिराज सिंह का काफिला अपने आगे के गन्तव्य की ओर बढ़ा.
बेगूसराय से अजय शास्त्री की रिपोर्ट