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औरंगाबाद के नबीनगर में पुलिस हिरासत से जुआरियों को भगाने का मामला, एसडीपीओ बोले- मामले की गहराई से होगी जांच

औरंगाबाद के नबीनगर में पुलिस हिरासत से जुआरियों को भगाने का मामला, एसडीपीओ बोले- मामले की गहराई से होगी जांच

AURANGABAD : औरंगाबाद के नबीनगर के भवानोखाप में दीवाली की पूर्व संध्या पर जुआं खेल रहे पकड़े गए जुआरियों को पुलिस के हिरासत से भगाने के मामले की गहराई से जांच होगी। मामले में हर बिंदु पर बारीकी से छानबीन की जाएंगी। दोषी पकड़े जाएंगे और निर्दोष बरी होंगे। यह जानकारी देते हुए औरंगाबाद सदर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी(एसडीपीओ) मो. अमानुल्लाह खां ने एक वीडियो जारी किया है। वीडियो में नबीनगर नपं के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि विपिन सिंह बहस करते दिख रहे है। 

एसडीपीओ ने कहा कि पुलिस के साथ दुर्व्यहार कर भवानोखाप में पकड़े गए जुआरियों को पुलिस के कब्जें से छुड़ाया गया है। उन्होने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 11 नवम्बर की रात पुलिस के गश्ती दल को यह सूचना मिली थी कि नबीनगर बाजार स्थित भवानोखाप पुल के पास कुछ जुआरी द्वारा जुआ खेल रहे है। इस सूचना पर नबीनगर थाना के पुलिस पदाधिकारी प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक अनित कुमार रात्रि गश्ती में प्रतिनियुक्त सशस्त्र बल के जवानों के साथ भवानोखाप पुल के पास पहुंचे, जहां अचानक पुलिस को देखकर जुआरी भागने लगे। इस दौरान दो जुआरी पकड़े गए। पकड़े गए जुआरियों से मौके पर पुलिस उनका नाम और पता पूछने एवं अन्य कार्रवाई कर रही थी। इसी दौरान काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गये और पुलिस की गाड़ी को घेर लिया तथा वें सभी पकड़े गये जुआरियों को छोड़ने का दबाव बनाने लगे। उसी समय नगर पंचायत के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि विपिन सिंह एवं बेलाई पंचायत के मुखिया अमरीश प्रधान अपने अन्य सहयोगियों के साथ पहुंचें तथा पकड़ में आए दोनो जुआरियों को पुलिस बल पर हमला कर छुड़ा लिया। 

उन्होंने कहा की इस मामले को लेकर सुसंगत धाराओं के तहत नबीनगर थाना में कांड सं.-432/ 23 दर्ज किया गया है। इसी मामले में 15 नवम्बर को सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो वायरल हुआ है। कहा कि अवलोकन करने पर प्रथम दृष्टया वायरल वीडियो दिन का पाया गया है, जबकि घटना दीवाली के एक दिन पहले 11 नवम्बर को भवानोखाप पुल के पास रात के करीब 10.30 बजे की है। इससे स्पष्ट है कि वायरल वीडियो इस घटना से संबंधित नहीं है। प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि वायरल वीडियो में तारीख 26 दिखाई दे रहा है, जिसमें महीना स्पष्ट नहीं है। इसके बावजूद मामले में वायरल वीडियो की जांच की जा रही है। वही मामले में मुख्य पार्षद प्रतिनिधि विपिन सिंह ने बताया की वें एक सामाजिक कार्यकर्ता है। इस नाते क्षेत्र में घुमते रहते है। 

घटना के दिन क्षेत्र भ्रमण कर लौटते हुए जब वें भवानोखाप पुल के पास पहंचे तो उन्होने भीड़ देखकर अपनी गाड़ी रोक दी। गाड़ी रोकने के बाद जब उन्हे पता चला कि जुआरी पकड़े गए है, तो उन्होने उल्टे जुआरियों को ही डांट-फटकार लगाई। उन्होने पुलिस के साथ कोई मिस बिहैव नही किया है। मामले में उन्हे पुलिस के वरीय अधिकारियों पर भरोसा है। वें मामले की सही जांच कर दुध का दुध और पानी का पानी करेंगे। हालांकि मामले में हम नबीनगर नपं के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि और पुलिस द्वारा जारी वीडियो में से किसी की भी पुष्टि नही करते है। दोनों ही वायरल वीडियो कब, कहा, किस समय, किस दिन और तारीख के है, इसकी भी हम पुष्टि नही करते है। यह पुलिस के उपर है कि वह मामले की वास्तविकता कैसे पता लगाती है लेकिन एसडीपीओ की बातों से ऐसा प्रतीत होता है कि वें मामले को लेकर बेहद गंभीर है। उनकी कार्यशैली भी इसी बात का इशारा करती है।

औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट

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