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हिंदूवादी राजनीति की बदली राह, मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा बजाना चाहते हैं राज ठाकरे तो शिवसेना हुई आगबबूला

हिंदूवादी राजनीति की बदली राह, मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा बजाना चाहते हैं राज ठाकरे तो शिवसेना हुई आगबबूला

DESK. आक्रमक बयानों की वजह से विवादों में रहने वाले महराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने अब मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा बजाने की चेतावनी दी है. दरअसल उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से मांग की है कि सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाएं. ठाकरे ने कहा, मैं किसी की प्रार्थना के खिलाफ नहीं हूं. आप अपने घर पर प्रार्थना कर सकते हैं लेकिन सरकार को मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का निर्णय करना चाहिए. मैं चेतावनी दे रहा हूं कि फौरन मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा लें नहीं तो हम मस्जिद के सामने लाउडस्पीकर लगा देंगे और हनुमान चालीसा बजाएंगे.

उन्होंने मस्जिदों के लाउडस्पीकर से होने वाली शोर को लेकर यह बवाल खड़ा किया है. ठाकरे का कहना है कि मस्जिदों के लाउडस्पीकर से अजान के नाम पर हर दिन लाखों लोग ध्वनि प्रदुषण से परेशान होते हैं. इसलिए लोगों को अपनी प्रार्थना के नाम पर शोर नहीं करना चाहिए. उन्होंने इसी को लेकर महाराष्ट्र सरकार से मांग की है कि सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाएं. साथ ही चेतावनी दी कि अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो वे मस्जिद के सामने लाउडस्पीकर लगा देंगे और हनुमान चालीसा बजाएंगे.

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे के इस बयान पर अब राज्य में राजनीति गरमा गई है.  शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि लोगों को लगता है कि ठाकरे का शिवाजी पार्क में हुआ कार्यक्रम भाजपा का कार्यक्रम था. महाराष्ट्र में कानून का राज चलता है. प्रदेश के गृह मंत्री जो कुछ करेंगे वह कानून के मुताबिक होगा.

संजय राउत ने कहा कि राज ठाकरे मस्जिदों से लाउडस्पीकर को उतारने की मांग कर रहे हैं. पहली बात तो वह देखें कि किन भाजपा शासित राज्यों में अजान को रोक दिया गया है, मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर को उतार दिया गया है. यह महाराष्ट्र है, जहां पर कानून का राज चलता है. वहीं जिस तरह से राज ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी को अपना समर्थन नहीं दिया था. उद्धव ठाकरे ने प्रदेश की जनता के साथ गद्दारी की है. आखिर चुनाव के बाद ही उन्हें ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का वादा क्यों याद आया. उन्होंने चुनावी मंच पर पीएम मोदी और अमित शाह के सामने यह बात क्यों नहीं कही.


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