CHAPRA: उत्तराखंड के टनल में फंसे सारण जिले का सोनू कुमार शुक्रवार को घर पहुंचे। सोनू के घर पहुंचते ही परिवार के लोग खुशी से झूम उठे और भगवान का शुक्रिया अदा किया। जानकारी के अनुसार सारण जिले के रसूलपुर थाना क्षेत्र के खाजूवन गांव निवासी सोनू कुमार कार्य करने के दौरान टनल धंसने से उसमें फंस गए थे। जिन्हें काफी मशक्कत के बाद राहत एवं बचाव दल द्वारा टनल में फंसे अन्य मजदूरों के साथ 17 दिनों बाद टनल से बाहर निकाला गया।
टनल से निकलने के बाद सभी श्रम वीरों की चिकित्सीय जांच करके उन्हें घर भेजा गया। इसी कड़ी में सारण जिले के निवासी सोनू कुमार भी शुक्रवार को घर पहुंचे। सोनू कुमार के पटना पहुंचने पर बिहार सरकार के श्रम मंत्री एवं अधिकारी एयरपोर्ट पहुंचकर सोनू कुमार की अगुवानी की एयरपोर्ट से सोनू कुमार को घर भेजने का सारा बंदोबस्त बिहार सरकार द्वारा किया गया था।
घर पहुंचने पर मीडिया से बात करते हुए सोनू कुमार ने कहा कि टनल में काम करने के दौरान हादसा होने की सूचना वाॅकी टाॅकी के माध्यम से मिली हादसे के बाद राहत एवं बचाव सामग्री 24 घंटे के बाद टनल तक पहुंचने लगी थी। टनल में फंसे सभी लोग एक दूसरे का हौसला अफजाई करते थे। सरकार एवं बचाव दल के प्रयासों से सभी की सुरक्षित घर वापसी संभव हो सकी।
साथ ही सोनू कुमार ने बताया कि टनल से बाहर निकलने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात करना उनके लिए गौरव का क्षण था। वहीं सोनू कुमार के घर लौटने पर सोनू के घर दीपावली जैसा माहौल देखने को मिला। सोनू के परिजनों ने बताया कि ईश्वर की कृपा एवं सरकार के प्रयासों से सोनू की सकुशल घर वापसी हुई है। पर्व के दौरान सोनू के टनल में फंसे होने के घर में त्योहारों पर रौनक नहीं थी।अब सोनू के घर आने के बाद घर में त्योहारों सा माहौल है। हमारी दीपावली आज ही है।