GAYA : न्यूज4नेशन पर 'गया में नाबालिगों के साथ पुलिसिया जुल्म' शीर्षक से खबर दिखाए जाने के बाद पुलिस के आलाधिकारियों की नींद टूटी और गया के एसएसपी ने पूरे मामले में जांच का आदेश दिया। एसएसपी का साफ कहना है कि अगर नाबालिगों के साथ किसी प्रकार का दुर्व्यवहार हुआ है तो इसकी जांच करायी जायेगी।
जांच का आदेश
बता दें कि 6 सितंबर, गुरुवार को भारत बंद के दौरान बेलागंज से 9 नाबालिगों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस पर पथराव करने का आरोप है। नाबालिगों को गया के कोतवाली थाना के हाजत में बंद करने और हथकड़ी लगाए जाने के मामले में एसएसपी ने जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
क्या था मामला
गया में पुलिसिया जुल्म की इंतहा देखने को मिली है। बच्चों की जमकर पिटाई की गयी है। नाबालिगों के साथ हार्डकोर अपराधियों जैसा सलूक किया गया। हाजत में हथकड़ी लगाकर रखा गया और वो सारी यातनाएं दी गयीं जो खूंखार अपराधियों को दी जाती हैं। वीडियो में पुलिसिया जुल्म साफ देखा जा सकता है। कैमरे के सामने नाबालिग अपने जिस्म को दिखा रहे हैं, जहां साफ दिख रहा है कि उनकी जमकर पिटाई की गयी है। बच्चे कपड़ा खोलकर दिखा रहे हैं कि कैसे उनकी पिटाई की गयी...पीट-पीटकर उनके शरीर को लहूलुहान कर दिया गया।
गया के व्यवहार न्यायालय में पेशी के दौरान बच्चों के अभिभावकों ने पुलिसिया जुल्म की कहानी बयां की। बच्चों के माता-पिता पुलिस से मेडिकल करवाने की गुहार लगा रहे थे लेकिन निर्दयी पुलिस कुछ नहीं सुन रही थी। बच्चों के इलाज करवाने की बात पर गया की बहादुर पुलिस इधर-उधर की बातें करने लगती है। ऐसा लग रहा था मानो बच्चों से पुलिस की पुरानी दुश्मनी हो या फिर जातिगत विद्वेष की भावना से पुलिस ऐसा कर रही थी।
ब्यूरो रिपोर्ट