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बिहार बजट को लेकर भाकपा माले ने किया सीएम नीतीश का पुतला दहन, कांग्रेस ने कहा कागजी खानापूर्ति

बिहार बजट को लेकर भाकपा माले ने किया सीएम नीतीश का पुतला दहन, कांग्रेस ने कहा कागजी खानापूर्ति

BETTIAH : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की पश्चिम चंपारण जिला कमिटी ने बिहार सरकार द्वारा आज विधानसभा में पेश किए गए बजट को जन विरोधी करार दिया है। साथ ही इस बजट को देश के कॉर्पोरेट जगत तथा बड़े व्यापारियों के इशारे पर बनाया गया बजट बताया। जिला कमिटी ने बजट पर आक्रोश व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला बेतिया में सोवा बाबू चौक पर जलाया।

इस मौके पर पार्टी के बिहार राज्य सचिव मंडल सदस्य कॉमरेड प्रभुराज नारायण राव ने कहा की बिहार में किसी प्रकार का कोई भी उद्योग अब तक नहीं लगा। बिहार को विशेष राज्य के दर्जा के नाम पर नीतीश सरकार लगातार शासन कर रही है। बिहार के 28 चीनी मिल जिसमें अट्ठारह बंद है। उनको चालू करके बड़े पैमाने पर रोजगार तथा नकदी फसल लगाया जा सकता है। जिसके माध्यम से चीनी बनने के बाद बिजली, इथेनॉल, खाद, स्प्रीट, कागज जैसे वस्तुओं का उत्पादन हो सकता है। लेकिन इस पर बिहार सरकार की कोई दृष्टि नहीं है। पूरा उत्तर बिहार बाढ़ से परेशान है। बाढ़ से बचाव के लिए इस बजट में कोई भी ठोस व्यवस्था नहीं किया गया है। आज बड़े पैमाने पर किसानों का फसल बर्बाद हुआ है। 

उन्होंने कहा की इतना ही नहीं सरकार ने एमएसपी की बात की। लेकिन 97% किसानों को उसका लाभ अब तक प्राप्त नहीं हुआ है। बिहार के किसान परेशान हैं। उनको सुविधाएं नहीं दी जा रही है। कृषि आधारित बिहार में कृषि को बढ़ावा देने के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया। तब तक बिहार का विकास संभव नहीं है। बड़े पैमाने पर यहां बेरोजगार नौजवान हैं। वह भटक रहे हैं। उनके लिए कोई रोजगार नहीं है। मजबूरन देश के दूसरे राज्यों में उनका पलायन हो रहा है। 

वहीँ गया में जदयू के राज्य परिषद् सदस्य अरुण कुमार राव ने बिहार बजट पर कंपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा की वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद द्वारा 2लाख 37 हजार करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया है। जिसमें उन्होंने हर वर्गों के लोगों को ध्यान रखा है। इस बजट को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सभी वर्गों के हित में ध्यान रखकर बनाया गया है। बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, उधोग कृषि, इंफ्रास्ट्रक्चर,समाज कल्याण रोजगार के क्षेत्र में एवं आत्म निर्भर बिहार के साथ निश्चय पार्ट-2 के तहत हर ग्रामीण इलाकों में हर खेत को पानी पहुंचाने की व्यवस्था, ग्रामीण इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सभी गांवों में सोलर लाइट लगाने की व्यवस्था, राजकीय पालीटेक्निक संस्थान में सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना, सही टेक्निकल इंस्टीट्यूट की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है। राव ने कहा की राज्य सरकार द्वारा हर खेत तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था से 75% के उत्पादन एवं किसानों के इनकम में काफी वृद्धि होगी। 

उधर कांग्रेस पार्टी ने कहा की वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद द्वारा पेश किया गया बिहार बजट पूरी तरह कागजी खानापूर्ति एवं डिजिटल लॉलीपॉप है। जिससे सूबे के किसान, मजदूर, छात्र, नौजवान, सरकारी कर्मचारी, गरीब मध्यवर्गीय परिवार को कोई फायदा नहीं होगा। अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व सांसद रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू, पूर्व विधायक मो खान अली, राम प्रमोद सिंह, बाबूलाल प्रसाद सिंह, दामोदर गोस्वामी, विद्या शर्मा, रामसेवक प्रसाद गुप्ता, राजेश अग्रवाल, विनोद उपाध्याय, राजेश्वर पासवान, सुरेन्द्र मांझी, अरुण कुमार पासवान आदि ने कहा की नीतीश सरकार का शुरू से ही केंद्र के पैसे पर चेहरा चमकाने की पुरानी आदत है। इसे जारी रखते हुए सात निश्चय योजना, जल जीवन हरियाली, डिजिटल लॉलीपॉप पर ही सारा बजट  को फोकस किया है।

नेताओं ने कहा की बजट में नीतीश सरकार द्वारा चुनाव के समय 19 लाख को रोजगार देने की घोषणा दूसरी बजट में भी टाय, टाय फीस रहा। सूबे के सरकारी कर्मचारियों का पेंशन फिर शुरू करने पर कोई सुगबुगाहट भी नही हुई। किसान, मजदूर के लिए कोई घोषणा नहीं है। केवल भ्रष्टाचार,घुस, लूट के अभिप्राय बने सात निश्चय योजना का आवंटन बढ़ाया गया। छात्रों के छात्रवृति योजना में भी भारी अनियमितता, कई योजनाओं को सही ढंग से जमीन पर नहीं उतरने आदि पर कागजी फोकस कर जनता को बरगलाने की कोशिश इस बजट में की गई है।

बेतिया से आशीष और गया से मनोज की रिपोर्ट

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