छपरा. छपरा के एक मकान रविवार को हुए धमाके में मरने वालों की संख्या 5 हो गई है. एक मस्जिद से कुछ दूरी पर स्थित एक पक्के मकान में पटाखा बनाने के काम चल रहा था जिसमें रविवार सुबह एक के बाद एक कई धमाके हुए. कुछ समय में ही चारो ओर चीख पुकार मच गई. धमाका इतना जोरदार था कि मकान एक एक हिस्सा पूरी तरह गिर गया जबकि कई लोगों के चीथड़े उड़ गए. यहां तक कि उनके शव के टुकड़े भी दूर सड़क पर आ गिरे.
मृतकों में साबिर अली (22) पिता रहमतुल्लाह मियां, मुलाजिम (35) पिता रहमतुल्लाह मिया, सहजाद (5) पिता मुलाजिम है, दो अन्य लोगों का नाम नहीं पता चल पाया है. उनके शवों की पहचान की जा रही है. इसके आलावा कुछ अन्य लोगों के भी मलबे में दबे होने की संभावना है. जिस मकान में धमाका हुआ उसमें 8 से 10 लोगों के होने की बात कही जा रही है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि जितने लोग अंदर थे वे सभी हताहत हुए हैं यहां कुछ लोग बाहर निकल आए थे.
जिस मकान में धमाका हुआ है वह मुलाजिम मियां और रियाजुद्दीन मियां का घर था. वह पटाखा घर लाकर बेचता था. हालांकि कहा जा रहा है कि यहां अवैध तरीके से पटाखा बनाया भी जाता है. अवैध पटाखा बनाने के दौरान ही किसी चूक के कारण धमाका हुआ और एक के बाद एक कई धमाके लोगों ने सुने. आवाज इतनी तेज थी चारो ओर अफरातफरी मच गई. जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक मकान ताश के पत्तों की तरह ढह चुका था. चारो और आग की लपटों और धुआं उठता देख भगदड़ सी स्थिति हो गई.
स्थानीय लोगों के अनुसार इससे पहले खोदाई बाग के ओलहनपुर में दो बार बम विस्फोट हो चुका है. यहां करीब 12 अवैध पटाखा फैक्ट्रियां हैं. हर जगह बड़े पैमाने पर पटाखा बनाने का काम होता है. इसके लिए बड़े स्तर पर बारूद को जमा कर रखा जाता है. लेकिन जिस स्तर का विस्फोट हुआ है उससे आम लोगों में कई प्रकार की बातें हैं कि आखिर इतना जोरदार धमाका कैसे हुआ. घटनास्थल पर छपरा सदर के एसडीपीओ मुनेश्वर प्रसाद सिंह, बलवाड़ा के एसडीपीओ इंद्रजीत बैठा, इंस्पेक्टर मंजू कुमारी खैरा थाना अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी एवं फायर ब्रिगेड की टीम सहित कई थाने की पुलिस पहुंची है.