CHAPRA : सारण के सरकारी स्कूलों के हेड मास्टर बच्चों की स्कूली योजनाओं के प्रति कितने लापरवाह हैं। इसका उदाहरण मेधा सॉफ्ट पोर्टल पर इंट्री प्रक्रिया में देखने को मिल रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक 2826 प्राइमरी ,मिडिल, हाई और प्लस टू स्कूलों में से 923 स्कूलों के हेड मास्टर ने अभी तक 75 फ़ीसदी उपस्थिति से संबंधित रिपोर्ट नहीं दी है।
होगी कार्रवाई
नतीजतन इन स्कूलों के लगभग 50000 छात्रों को विभिन्न स्कूली योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा। अब विभाग ऐसे हेड मास्टरों के खिलाफ कार्रवाई का मूड बना चुका है और यह कार्रवाई दो तरफा हो सकती है। एक तो विभागीय कार्रवाई होगी ही। दूसरी यदि योजनाओं का लाभ बच्चों को ससमय नहीं मिल पाता है तो हेड मास्टर को अपने वेतन की राशि से योजनाओं का रुपया देना पड़ सकता है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल जिला कार्यक्रम पदाधिकारी योजना लेखा सारण ने सभी 2826 स्कूलों के हेडमास्टर से मेधा सॉफ्ट पोर्टल पर वित्तीय वर्ष 2022-23 में नामांकित छात्र-छात्राओं से संबंधित डाटा एंट्री करा देने का आदेश दिया था। ताकि स्कूली योजनाओं से संबंधित राशि की डिमांड कर बच्चों के खाते में हस्तांतरित कर दी जाए। लेकिन अभी तक 923 हेड मास्टर ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। नतीजतन इन स्कूलों के बच्चों को सरकारी योजनाओं से वंचित होना पड़ सकता है। जिनमें साइकिल योजना ,पोशाक योजना, नैपकिन योजना और छात्रवृत्ति आदि शामिल है।
यह दिया गया था आदेश
योजना एवं लेखा विभाग ने सभी हेड मास्टर को आदेश देते हुए कहा था कि वित्तीय वर्ष 2022- 23 में जो भी छात्र नामांकित हुए हैं। उनके 75 फ़ीसदी उपस्थिति से संबंधित रिपोर्ट ऑनलाइन यस और नो में देना था। इसके बाद फाइनल सबमिशन किया जाना था। यह पूरी प्रक्रिया सभी नामांकित बच्चों का शत-प्रतिशत इंट्री के दौरान होना था। लेकिन प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है। जानकारी हो कि सारण में 357 हाई और प्लस टू स्कूल है और 2469 प्राइमरी और मिडिल स्कूल है।
छपरा से संजय भारद्वाज की रिपोर्ट