patna : उत्तर प्रदेश का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी विकास दुबे आखिरकार कानून की गिरफ्त में आ ही गया. उसने मध्य प्रदेश जाकर उज्जैन में पुलिस के सामने सरेंडर किया. इसके बाद एमपी पुलिस उसे गिरफ्तार कर लिया. कुख्यात विकास दुबे की गिरफ्तारी पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने मध्य प्रदेश पुलिस को बधाई दी है.
वो बिहार नहीं आता मेरा स्टैंड पहले ही क्लीयर था
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कुख्यात विकास दुबे की गिरफ्तारी पर कहा है कि विकास दुबे को लेकर बिहार पुलिस ने अपना स्टैंड पहले ही क्लीयर कर दिया था. यही वजह है कि यूपी से बिहार के नजदीक होने के बाद भी उसने बिहार में एंट्री करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया.
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने यह भी कहा कि अपाधियों की कोई जात नहीं होती इसलिए ऐसे लोगों को शेर कहना निहायत ही गलत है. उन्होंने यह भी कहा कि अपराधियों की ताकत उनके हथियारों या दौलत में नहीं होती इनको ताकत जनसमर्थन से मिलता है. इसलिए अपराधियों का जात का नाम पर समर्थन करना गलत है.डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने पहले भी बयान देकर यह कहा था कि विकास दुबे बिहार में एंट्री की बात को लेकर बिहार पुलिस को अलर्ट मोड में कर दिया गया है.
विकास की चाल को पुलिस कैसे करेगी नाकाम
अब सवाल उठ रहा है कि यूपी के मोस्ट वॉन्टेड विकास दुबे का मध्य प्रदेश में सरेंडर करना या गिरफ्तार होना, उसके लिए आगे चलकर कितना फायदेमंद हो सकता है. कानून के जानकर मानते हैं कि अगर यूपी का अपराधी दूसरे राज्य में जाकर सरेंडर कर रहा है या खुद को गिरफ्तार कराता है. तो वह शारीरिक प्रताड़ना से बच जाता है. अगर अपराध मामूली हो या गंभीर अपराध की श्रेणी में ना आता हो तो आगे चलकर कोर्ट में आरोपी जमानत पाने का हकदार भी बन जाता है. या उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया जाता है.