पटना... बिहार विधानसभा चुनाव 2020 का परिणाम एनडीए के पक्ष में आ चुका है। एनडीए एक ओर जीत का जश्न मना रहा है, वहीं महागठबंधन जीत की दहलीज से कुछ दूर रह गया। इस चुनाव में अगर सबसे अचंभित करने वाला फैक्टर भाजपा की बड़ी पार्टी के रूप मंे उभर कर आना रहा। 74 सीट लाकर भाजपा ने एनडीए को जीत की राह पर ला दिया। नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही एनडीए में जदयू का उम्मीद के विपरित निराशाजनक प्रदर्शन रहा। इस बीच भाजपा के अंदरखाने से कयास लगाए जाने लगा कि बड़ी पार्टी होने के कारण सीएम का चेहरा भाजपा से हो और नीतीश जी को अब केंद्र की राह पकड़ लेनी चाहिए।
भाजपा के अंदरखाने से उठती खबर पर मप्र के उपचुनावों में हार का स्वाद चख चुकी कांग्रेस के नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट से नीतीश के सामने अर्जी रख दी है। अर्जी के बहाने संघर्ष के नाम पर सत्ता की गुहार लगा दी है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक के बाद एक कई ताबड़तोड ट्वीट कर नीतीश को राजद के पक्ष में आने का न्योता इशारों-इशारों में दे दिया है। दिग्विजय ने अपने ट्वीट में कहा है कि भाजपा-संघ अमरबेल के समान है, जिस पेड़ पर लिपट जाती है, वह सूख जाता है और वह पनप जाती है। नीतीश जी आप भी भाजपा-संघ का साथ छोड़कर तेजस्वी को आशीर्वाद दीजिए और भाजपा को सत्ता से बेदखल कीजिए।
नितीश जी, बिहार आपके लिए छोटा हो गया है, आप भारत की राजनीति में आ जाएँ। सभी समाजवादी धर्मनिरपेक्ष विचारधारा में विश्वास रखने वाले लोगों को एकमत करने में मदद करते हुए संघ की अंग्रेजों के द्वारा पनपाई “फूट डालो और राज करो” की नीति ना पनपने दें। विचार ज़रूर करें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) November 11, 2020
वहीं, दिग्विजय सिंह ने नीतीश कुमार को बिहार की राजनीति छोड़कर केंद्र की राजनीति करने की भी सलाह दे डाली। दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए नीतीश जी से कहा कि आप संघ की अंग्रेजों की ओर से पनपाई फूट डालों और राज करो की नीति न पनपनें दें।
भाजपा/संघ अमरबेल के समान हैं, जिस पेड़ पर लिपट जाती है वह पेड़ सूख जाता है और वह पनप जाती है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) November 11, 2020
नितीश जी, लालू जी ने आपके साथ संघर्ष किया है आंदोलनों मे जेल गए है भाजपा/संघ की विचारधारा को छोड़ कर तेजस्वी को आशीर्वाद दे दीजिए। इस “अमरबेल” रूपी भाजपा/संघ को बिहार में मत पनपाओ।
दिग्विजय सिंह यहीं नहीं रूके अपने ट्वीट के जरिए यहां तक कहा कि नीतीश जी महात्मा गंाधी और जयप्रकाश नारायण के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी, जब भाजपा-संघ को छोड़ेंगे।
यही महात्मा गॉंधी जी व जयप्रकाश नारायण जी के प्रति सही श्रद्धांजलि होगी। आप उन्हीं की विरासत से निकले राजनेता हैं वहीं आ जाइए। आपको याद दिलाना चाहूँगा जनता पार्टी संघ की Dual Membership के आधार पर ही टूटी थी। भाजपा/संघ को छोड़िए। देश को बर्बादी से बचाइए।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) November 11, 2020
अब दिग्विजय के ट्वीट के बाद बिहार की राजनीति में नीतीश के पाला बदलने पर भी चर्चाएं शुरू हो गई है। वहीं इस ट्वीट के बारे में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कुछ नहीं पता है और ये दिग्विजय सिंह जी की व्यक्ति राय हो सकती है। इससे कांग्रेस पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है।