KATIHAR : नगर निगम के प्रशासक के रूप में जिलाधिकारी को प्रभार सौंप दिया गया है। अब नगर निगम से जुड़े तमाम फैसले सीधे जिले के डीएम खुद ले सकते हैं। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि नगर निगम में इस साल होनेवाले निकाय चुनाव नहीं कराए जा सके थे। ऐसी स्थिति में सरकार ने निकायों में प्रशासक की नियुक्ति करने का निर्णय लिया था।
नगर निगम पहुंचकर इस जिम्मेदारी को लेने के बाद जिलाधिकारी ने आवश्यक बैठक किए, बैठक के बाद उन्होंने कहा कि अभी मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर विशेष रुप से नगर निगम के द्वारा कार्य किया जाएगा। इसमें सफाई, शहर के कई वार्डों में जलजमाव की समस्या पर जल निकासी की व्यवस्था और शहरी इलाकों में जल नल योजना के कारण जो सड़क तोड़ी गई है। उसकी रीस्टोरेशन नगर निगम के प्राथमिकता में है, इसके अलावा अन्य विकास और सेवा कार्य जारी रहेगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि जल निकासी को लेकर जो भी साल्यूएशन हो सकता है, उस पर काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आनेवाले दिनों में नगर निगम में बेहतर कार्य होंगे, लोगों को यह नजर आएगा। इस दौरान जमीन बंदोबस्ती सहित नगर निगम से जुड़े तमाम समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
बदल जाएगा नगर निगम में काम करने का तरीका
जिलाधिकारी द्वारा नगर निगम की कमान संभालने के साथ ही माना जा रहा है कि यहां काम करने के तरीके में भी बदलाव आएगा। अब तक नगर निगम के किसी कार्य में जिलाधिकारी की सीधी दखल नहीं होती थी, लेकिन अब जिलाधिकारी की देखरेख में सारे कार्य संपन्न होंगे। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव उन कर्मियों और अधिकारियों पर पड़ेगा, जो निगम के कार्य में लापरवाही बरतते थे। अब उन्हें डीएम के सामने जवाबदेह होना पड़ेगा।