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PM मोदी के 10 वर्षों के कार्यकाल में इतने विभूतियों को मिला भारत का सर्वोच्च सम्मान, सर्वाधिक RSS के लोग, लोकसभा चुनाव में कैसे पड़ेगा इसका असर

PM मोदी के 10 वर्षों के कार्यकाल में इतने विभूतियों को मिला भारत का सर्वोच्च सम्मान, सर्वाधिक RSS के लोग, लोकसभा चुनाव में कैसे पड़ेगा इसका असर

PATNA: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिन्हा राव, वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की है। पीएम की इस घोषणा के बाद से ही आम लोगों में खुशी देखने को मिल रही है। इस घोषणा के तुरंत बाद चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि, पीएम ने दिल जीत लिया। पीएम मोदी ने कुछ दिनों में पहले कर्पूरी ठाकुर और लाल कृष्ण आडवाणी को भी भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की थी। वहीं आज हम इस खबर के माध्यम से जानेंगे कि पीएम मोदी ने अपने 10 सालों के कार्यकाल में कितने विभूतियों को भारत के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करने की घोषणा की है। 

इन विभूतियों को मिला भारत रत्न

दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल(2014-2024) के बीच में 10 विभूतियों को भारत रत्न से सम्मानित किया है। जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी, मदन मोहन मालवीय, नानाजी देशमुख, भूपेन हजारिका, प्रणब मुखर्जी, कर्पूरी ठाकुर, लाल कृष्ण आडवाणी, चौधरी चरण सिंह, वीपी नरसिन्हा राव औऱ एसएम स्वामीनाथन शामिल हैं।

संघ से जुड़े हैं इतने लोग

पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल में सबसे पहले अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न से सम्मानित किया था। दिसंबर 2014 में सर्वतोमुखी विकास के लिए किए गए योगदान तथा असाधारण कार्यों के लिए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। मालूम हो कि मोदी सरकार ने जिन दस विभूतियों को भारत रत्न से नवाजा है उनमें से तीन भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं। अटल बिहारी वाजपेयी, नानाजी देशमुख और लाल कृष्ण आडवाणी उनमें शामिल हैं।

अतुलनीय काम के लिए मिला सम्मान

वहीं मदन मोहन मालवीय को भी दिसंबर 2014 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। उन्हें स्वतंत्रता आंदोलन में अतुलनीय योगदान रहा है और उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना में प्रमुख भूमिका निभाई थी जिसके कारण उन्हें यह सम्मान दिया गया है। नानाजी देशमुख को साल 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। सार्वजनिक जीवन में किए गए उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया गया। वहीं भूपेन हजारिका को केंद्र सरकार ने 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया है। भूपेन हजारिका को संगीत के क्षेत्र में में उनके योगदान के लिए भारत रत्न दिया है। प्रणब मुखर्जी को 26 जनवरी 2019 को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उन्हें साल 2008 के दौरान सार्वजनिक मामलों में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया था। 

वोट बैंक होगा मजबूत

अगर बात 2024 की करें तो इस साल पीएम मोदी ने पांच विभूतियों को भारत से सम्मानित करने की घोषणा की है। जिनमें कर्पूरी ठाकुर, लाल कृष्ण आडवाणी, चौधरी चरण सिंह, वीपी नरसिन्हा राव औऱ एसएम स्वामीनाथन शामिल हैं। ऐसा माना जा रहा है कि पीएम मोदी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अलग अलग लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा की है। राजनीति जानकारों की माने तो इससे पीएम मोदी का वोट बैंक मजबूत होगा।   

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