BHAGALPUR : कहलगांव प्रखंड के बुद्धूचक गांव में शादी का एक अनोखा मामला सामने आया है। बीते वर्ष 2013 में घर की राजी खुशी से दिनेश ठाकुर के 25 वर्षीय पुत्री खुशी कुमारी की शादी बुद्धूचक के ही रहने वाले मनोज शर्मा के साथ हुई थी। लेकिन कुछ दिन बाद ही रूबी देवी अपने पहले पति मनोज शर्मा को छोड़कर, सुमन कुमार के प्रेम प्रसंग में फंस गई. यहीं नहीं दोनों ने 16 फरवरी को कोर्ट से धनकुंड मंदिर में शादी रचा कर जीने मरने की कसमें भी खा ली. सुमन मुंबई में रहकर कंपनी में कार्य करता है. जबकि रूबी का पहला पति मनोज शर्मा दिल्ली में एक निजी फैक्ट्री में कार्य करते हैं. रूबी देवी की माने तो अंतरजातीय विवाह होने की वजह से वह मनोज शर्मा के घर नहीं रहना चाह रही थी. जिसके बाद उन्होंने सुमन कुमार के साथ 16 फरवरी को धनकुंड मंदिर में खुशी खुशी शादी रचा ली.
थाने में अपहरण का मामला
लड़की के पिता दिनेश ठाकुर के द्वारा दिए गए आवेदन की माने तो दामाद मनोज शर्मा ने बहला फुसलाकर सुमन कुमार के पास रूबी देवी के साथ उनके एक पांच साल की बच्ची को भेज दिया है. जिसका बरामदगी को लेकर लड़की के पिता ने पुलिस से गुहार लगाई. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आनन-फानन में लड़की से संपर्क कर थाना में पेश करवा दिया.
कहती है रूबी देवी
वहीँ रूबी देवी ने बताया की बीते वर्ष 2013 में मेरी शादी मनोज शर्मा के साथ हुई थी. लेकिन मैं वहां राजी खुशी नहीं थी. जिसके बाद मैं खुद सुमन कुमार नामक व्यक्ति से धनकुंड मंदिर में हिंदू रीति रिवाज के साथ शादी रचा ली और सुमन कुमार ने रूबी देवी को स्वीकार कर लिया. फिलहाल पुलिस ने रूबी देवी को हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश कर दिया है.
भागलपुर से अंजनी कुमार कश्यप की रिपोर्ट