दिल्ली- चुनाव आयोग ने इलेक्शन में धन बल को रोकने के लिए कमर कस लिया है. निर्वाचन आयोग ने सोमवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव अधिकारी एक मार्च से हर दिन 100 करोड़ रुपये मूल्य की जब्ती कर रहे हैं.
इलेक्शन कमीशन ने बताया कि प्रवर्तन अधिकारी लोकसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू होने से पहले ही 4,650 करोड़ रुपये की जब्ती कर चुके हैं, जो 2019 लोकसभा चुनावों में की गई ‘कुल जब्ती से अधिक’ है. ‘ऐसे में जब 2024 के आम चुनाव की प्रक्रिया जारी है, आयोग देश में लोकसभा चुनाव के 75 वर्षों के इतिहास में सबसे अधिक जब्ती करने की राह पर है.
प्रवर्तन एजेंसियों ने धनबल पर रोक लगाने के लिए 4,650 करोड़ रुपये से अधिक की जब्ती की है। कुल जब्ती में 395 करोड़ रुपये नकद, 489 करोड़ रुपये से अधिक की शराब और 2,069 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों में गुजरात, पंजाब, मणिपुर, नगालैंड, त्रिपुरा और मिजोरम में चुनावों के दौरान बड़ी मात्रा में जब्ती की गई है.
चुनाव आयोग की तरफ से सख्त निगरानी के लिए देश के 123 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों को संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्रों के रूप में चिह्नित किया गया है. इन निर्वाचन क्षेत्रों में या तो पिछले चुनावों में धनबल के प्रयोग का इतिहास रहा है. ड्रग्स, नकदी और शराब की जब्ती इन जगहों पर होती रही है.
चुनाव आयोग की तरफ से कहा गया है कि मीडिया के हवाले से यह खबर सामने आयी थी कि चुनाव के दौरान जमीनी स्तर पर जांच के दौरान बाहर से आने वाले पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, आयोग ने तुरंत सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) को पर्यटकों और नागरिकों का निरीक्षण करते समय सावधान और विनम्र दृष्टिकोण की आवश्यकता के बारे में एक सलाह जारी की है.