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आधुनिक तकनीक के युग में यहां आज भी जड़ी बुटी से जोड़ी जाती हैं टूटी हड्डियां, मरीजों का फ्री में होता है इलाज

आधुनिक तकनीक के युग में यहां आज भी जड़ी बुटी से जोड़ी जाती हैं टूटी हड्डियां, मरीजों का फ्री में होता है इलाज

BETIYA : टूटी हड्डियों को जोड़ने के लिए आज स्वास्थ्य संस्थानों में एक से बढ़कर एक आधुनिक मशीनें लगाई गई है। इन सबके बीच बेतिया जिले में एक गांव ऐसा भी है, जहां आज भी परपंरागत तरीके से जड़ी बूटी के जरिए टूटी हड्डियों को जोड़ने का काम सफलता के साथ किया जाता है। रोचक तथ्य है कि इस पद्धति से इलाज कराने के लिए दूर दूर से लोग आते है।

इलाज का यह अनोखा तरीका रामनगर के डुमरी गांव का है। यहां रहनेवाले श्रवण भगत  बिना प्लास्टर किए ही टूटी हड्डियों को आपस में जोड़ देते है। वह भी वैदिक उपचार से। इसके लिए वे किसी जंगली दुर्लभ बेल की लती का सहयोग लेते है और बांस की पतली पतली कमाचियों के सहारे बांध कर टूटी हड्डी जोड़ देते है। चौंकानेवाली बात यह है कि सैंकड़ों मरीजों की टूटी हड्डियों को जोड़नेवाले श्रवण खुद सिर्फ छठवीं पास हैं। 

तीन पीढ़ियों से कर रहे हैं मुफ्त इलाज

श्रवण ने बताया कि हमारे यहां 03 पीढ़ियों से बिना किसी सेवा शुल्क लिए बिना ही किया जाता है। हमारे यहाँ दूर- दूर से मरीज आते है ।अब तक हमने कितनो का ही इलाज किये है । वही इस कार्य मे श्रवण भगत के सहयोगी मुनी महतो ने बताया की हमारे यहा पटना ,काठमांडू ,यूपी और बिहार के कई जिलो से टूटी हुई हड्डी का इलाज कराने आते है । इस मद मे एक भी पैसा गुरूजी नही लेते है पांच दिन तक कोई दवा भी नही दी जाती है । पांच दिन के बाद जरूरत पड़ने पर दवा दिया जाता है वह भी जरूरत पड़ने पर। 

गांव में मूलभूत सुविधाओं की कमी

श्रवण महतो ने बताया कि इस गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़क बाढ़ से इस कदर टूट गई है आवागमन की भी समस्या है। इनदिनों चार पांच लोग टेम्पों पर धक्का लगाकर पार कर रहे है। ध्वस्त सड़क के टूटे हिस्से कीचड़ इस कदर जमा हो गई है,की पैदल या किसी वाहन से चलना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि हमलोग गरीब है एक आवास की दरकार है । मरीज आने पर बगल के पडोसी का घर किराया पर लिया गया है जहा पांच दिन मरीज रहते है फिर छुट्टी कर दी जाती है । वही बगहा लौरिया से अपना इलाज कराने आये मरीज ने बताय  की हमलोगो को फायदा है। यहां एक भी पैसा इलाज मद मे नही लिया जाता है। जंगली जडी बुटी से इलाज किया जाता है वह भी फ्री ।

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