AURANGABAD : सांसद सुशील कुमार सिंह से छत्तीस का आंकड़ा रखनेवाले का संबंध रखने वाले पूर्व मंत्री रामाधार सिंह ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने औरंगाबाद सांसद व उनके परिवार पर अधिकारियों के सहयोग से सांसद व उनके परिवार द्वारा शहर में सरकारी जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप लगाया है। पूर्व मंत्री ने सीधे सीधे धमकी दी है कि अगर सांसद व उनके परिवार के लोगों द्वारा कब्जा किए गए जमीन को प्रशासन ने खाली नहीं करवाया तो वह सांसद के आवास पर धरना बैठ जाएंगे। इस दौरान उन्होंने खुद को हनुमान बताते हुए सांसद के सोने की लंका में आग लगाने की बात कही है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रशासन अगर ध्यान नहीं देता है तो सांसद के खिलाफ ही सीधी कार्रवाई करेंगे। जरुरत पड़ी तो हम सिंह कोठी के सामने टेंट गाड़ेंगे। तब तक टेंट में रहेंगे जब तक सांसद गांधी जी की तरह मेरी हत्या न करवा दे। कौन गांधी वही भवानीपुर वाले गांधी जिनकी हत्या हुई थी। पूर्व मंत्री ने सांसद को चुनौती देते हुए कहा कि उन्हें जीने मरने का कोई डर नही है। उनके चेहरे पर रौनक है लेकिन विरोधी के चेहरे पर गायब है। वे नौकरी नही करते पार्टी की सेवा करते है। पार्टी की सेवा करते विधायक बने। कोलियरी में नौकरी करते तो 6 हजार पेंशन मिलता पर हमको 77 हजार पेंशन मिलता है। इससे हमारा परिवार चलने में कोई दिक्कत नही है।
सांसद को बता दिया डरपोक
कहा कि सांसद डरपोक है। 80 हथियार लाइसेंस है। इसके अलावा भी है। मेरे पास ये सब नही है। इसके बावजूद हम निङर होकर चलते है जबकि सांसद सीआरपीएफ सुरक्षा मे चलते है। वे देवजरा कांड़ के समय रात में म़ौके पर जाने के लिए हथियार ढूंढ रहे थे और वे अकेले चले गये थे। चुनाव हारने जीतने का भी गम नही है। चार बार सांसद रहकर महुआइन में पुल नही बनवाया। डीएम को भी उन्होने हड़काया। कहा कि सांसद के प्रभाव में आकर काम किया तो किसी को चैन से नही बेठने देंगे। कहा कि सांसद तेरे द्वार के बदले वे तेरे द्वार पर निकलेंगे। रात में गांवों में ठहरेंगे।