RAIPUR : बिहार की राजनीति में पप्पू यादव किसी परिचय के मोहताज नहीं है। लेकिन अब छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी के बेटे और जनता कांग्रेस अध्यक्ष अमित जोगी ने उनकी परेशानी बढ़ा दी है। इस परेशानी का कारण है आनेवाला राज्यसभा चुनाव, जिसमें पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन को कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ से राज्यसभा का उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है।
अब अमित जोगी ने कांग्रेस के इस फैसले को लेकर खुलकर विरोध शुरू कर दिया है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित जोगी ने लिखा, छत्तीसगढ़ की दोनों राज्यसभा सीटों पर बाहरी प्रत्याशियों को थोपना कांग्रेस की 'जय हो हाईकमान, भाड़ में जाए छत्तीसगढ़ का मान' की सोच का परिणाम है।
छ.ग. की दोनों राज्यसभा सीटों पर बाहरी प्रत्याशियों को थोपना कांग्रेस की "जय हो हाईकमान,भाड़ में जाये छत्तीसगढ़ का मान" की दूषित सोच का परिणाम है। कांग्रेस आलाकमान ने छ.ग. के योग्य कांग्रेसी नेताओं को मौका न देकर उन्हें नीचा दिखाया है और छ.ग.का अपमान किया है।1/5 pic.twitter.com/BEfwsChHRM
— Amit Ajit Jogi (@amitjogi) May 30, 2022
छत्तीसगढ़ के लोगों को अपमानित करने का आरोप
अमित जोगी ने कांग्रेस आलाकमान ने राज्य के योग्य नेताओं को मौका न देकर उन्हें नीचा दिखाया और राज्य का अपमानित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अपनी कुर्सी बचाने के लिए भूपेश बघेल ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ के मान-सम्मान को दिल्ली में बेच दिया।
इसलिए नहीं दिए थे 71 सीट
जनता कांग्रेस अध्यक्ष ने भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य की जनता ने कांग्रेस को 71 सीटें इसलिए नहीं दी थी कि राज्य के लोगों को छोड़कर यूपी-बिहार के लोगों को छत्तीसगढ़ लाकर सांसद बनाएं और उनके तलवे चाटे।
वोट नहीं करें छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी विधायक
अमित जोगी ने कहा, मैं कांग्रेस विधायकों से विनती करता हूं कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता और मान की खातिर 10 जून को थोपे गए दोनों बाहरी प्रत्याशियों के लिए वोट न करें. पहले छत्तीसगढ़ है फिर राजनीति. अगर हम छत्तीसगढ़ का मान नहीं रख सकते, तो ऐसी राजनीति किस काम की ?
बताया जा रहा है प्रदेश की राजनीति में भी बाहरी प्रत्याशियों को टिकट दिए जाने को लेकर नाराजगी देखी जा रही है। कांग्रेस का एक गुट पार्टी आलाकमान के खिलाफ नजर आ रहा है। ऐसे में बिहार छोड़कर छत्तीसगढ़ से राज्यसभा जाने की रंजीता रंजन को कोशिश पर पानी फिर सकता है।