जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में हिस्सा लेने आईं देश के पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि कांग्रेस को राहुल गांधी और गांधी परिवार से बाहर भी सोचना चाहिए. राहुल गांधी की आलोचना कांग्रेस की आलोचना नहीं है. मेरी किताब में इंदिरा गांधी, मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी से मेरे पिता के अच्छे संबंधों का जिक्र है. क्या वे सब कांग्रेस के नहीं हैं? अब शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस की विचारधारा पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. उन्होंने तल्ख लहजे में कहा कि कांग्रेस ने उनके पिता को कोई भी पद 'खैरात' में नहीं दिया था.
पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक्स पर पिता के पद को लेकर यूजर को जवाब दिया है. उन्होंने लिखा, 'कांग्रेस या गांधी-नेहरू परिवार ने मेरे पापा को कोई पद खैरात में नहीं दिया है. उन्होंने वह कमाया था और उसके लायक थे. क्या गांधी परिवार सामंतों की तरह हैं, जिन्हें चार पीढ़ियों तक पूछे जाने की उम्मीद की जा रही है.'
नेतृत्व के सवाल पर शर्मिष्ठा ने कहा कि इसका जवाब कांग्रेस नेताओं को देना है. लेकिन एक कांग्रेस समर्थक और जिम्मेदार नागरिक होने के नाते मुझे पार्टी की चिंता है और निश्चित रूप से समय आ गया है कि नेतृत्व के लिए गांधी-नेहरू परिवार से बाहर देखा जाए'
दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी इससे पहले भी अपने बयानों से कांग्रेस के अंदर सियासी हलचल पैदा कर चुकी हैं. शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपनी किताब 'In Pranab, My Father: A Daughter Remembers' में प्रणब मुखर्जी के हवाले से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को लेकर कई चौंकाने वाले दावे किए हैं. शर्मिष्ठा ने किताब में लिखा है कि एक बार उनके पिता ने कहा था कि राहुल गांधी 'बहुत विनम्र' और 'सवालों से भरपूर' हैं. लेकिन उनका मानना था कि राहुल गांधी को अभी राजनीतिक रूप से मैच्योर होना बाकी है.