KHAGDIYA : बिना बेहोश किए महिलाओं के ऑपरेशन करने के मामले में खगड़िया जिले का स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ सकती है। जिस तरह से अलौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिलाओं के हाथ पैर पकड़कर और मुंब बंद कर ऑपरेशन करने का मामला सामने आया है, उसके बााद इसे राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान में लिया है। मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। जिसमें मामले से जुड़ डॉक्टरों और संबंधित एनजीओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही इस एनसीडब्ल्यू ने कहा है कि चिकित्सकीय लापरवाही और उचित प्रक्रिया का पालन नहीं करने के लिए डॉक्टरों का पंजीकरण रद्द कर दिया जाए।
NCW has taken cognizance. Chairperson @sharmarekha has written to Bihar CS to take strict action against the NGOs, doctors & all those involved. NCW has asked that the doctors' registrations be revoked for medical negligence & not following due procedure. https://t.co/IwwDqEP2eI
— NCW (@NCWIndia) November 17, 2022
अब किसी प्रकार के बंध्याकरण ऑपरेशन पर लगी रोक
मामले में स्वास्थ्य विभाग की किरकिरी होता देख जिले सिविल सर्जन डा अमरनाथ झा ने ऑपरेशन करने पर पूरी तरह से रोक लगाने का निर्देश दिया है। माना जा रहा है कि मामले में और कार्रवाई की जा सकती है।
यह है पूरा मामला
मामला जिले के अलौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की है। जहां परिवार नियोजन कराने आई कई महिलाओं को बिना बेहोशी की इंजेक्शन दिए जबरन ऑपरेशन किया गया।महिलाओं का आरोप है कि स्वास्थ्य कर्मी हाथ, पैर पकड़कर और मुंह बन्द करके जबरन ऑपरेशन किया।इस दौरान वह चीखती - चिल्लाती रही है। बताया जाता है कि ग्लोबल डेवलपमेंट इनीटीवेट नाम की प्राइवेट एजेंसी ने इन महिलाओं का ऑपरेशन कराया है। जानकारों की माने तो ऐसी हालत में इंफेक्शन और दर्द से महिलाओं की मौत भी हो सकती थी।
आपको बता दें कि इसी महीने परबत्ता प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी इसी तरह की लापरवाही सामने आईं थीं।जहां महिलाओं को परिवार नियोजन करने से पहले फर्श पर घंटों लेटाया गया था। परबत्ता phc में भी प्राइवेट एजेंसी को परिवार नियोजन का ठेका मिला है।कुल मिलाकर प्राइवेट एजेंसी महिलाओं के जिंदगी से खिलवाड़ कर रही है।और जिला प्रशासन मूक दर्शक बना है। हालांकि सिविल सर्जन डॉक्टर अमरनाथ झा का कहना है कि अलौली मामले की जांच की जाएगी। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई होगी।वहीं परबत्ता मामले में PHC प्रभारी से स्पष्टीकरण पूछा गया है।