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हे राम : अपनी 2 साल की बेटी को मां ने जिंदा कर दिया दफन, कारण जानकर अधिकारियों की फटी रह गई आंखें

हे राम : अपनी 2 साल की बेटी को मां ने जिंदा कर दिया दफन, कारण जानकर अधिकारियों की फटी रह गई आंखें

HARDOI : जिले के लोनार थाना क्षेत्र में जमीन में दफन दो साल की बच्ची को जिंदा बाहर निकाला गया है। जिसके बाद बच्ची को पुनर्वास के लिए भेज दिया गया है। बताया गया कि बच्ची को जमीन में दफन करने का काम किसी और नहीं बल्कि उसकी मां ने ही किया था। जब ग्रामीणों को बच्ची के दफन होने की जानकारी मिली तो उन्होंने उसे जमीन से बाहर निकाला और पुलिस को मामले की सूचना दी। इस दौरान महिला ने जो बातें बताई उसे सुनने के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ ग्रामीण भी हैरान रह गए। 

मामला लोनार थाना के सकरौली ग्राम का बताया गया है। यहां रहनेवाल भगवानदीन ने राजकुमारी नाम की महिला से शादी की थी। दो वर्ष पूर्व भगवानदीन की मौत हो गई। भगवानदीन के एक बेटा और दो बेटियां हैं। पति की मौत के बाद राजकुमारी दाने-दाने को मोहताज हो गई। बताया गया कि खाना न मिलने की वजह से उसकी छोटी बेटी मधु कुपोषण का शिकार हो गई। ऐसे में इलाज के लिए पैसे भी नहीं थे। जिसके बाद बच्ची से छुटकारा पाने के लिए राजकुमारी ने उसे जमीन में दफन करने की कोशिश की।

 पति की मौत के बाद आर्थिक संकट
 जानकारी के अनुसार लोनार थाना क्षेत्र के सकरौली गांव निवासी भगवानदीन ने राजकुमारी नाम की महिला से शादी की थी। दो वर्ष पूर्व भगवानदीन की मौत हो गई। भगवानदीन के एक बेटा और दो बेटियां हैं। पति की मौत के बाद राजकुमारी दाने-दाने को मोहताज हो गई। खाना न मिलने की वजह से उसकी छोटी बेटी मधु कुपोषण का शिकार हो गई। पूरी घटना के संबंध में जब महिला राजकुमारी से बात करने की कोशिश की गई तो वह कुछ भी बताने में असमर्थ रही।
 
 मामले में जिला प्रोबेशन अधिकारी सुशील सिंह ने बताया कि जिला पूर्ति अधिकारी ने महिला को राशन उपलब्ध होने के मामले में जांच करवाई। पता चला कि राजकुमारी के पास पात्र गृहस्थी योजना का कार्ड है। 16 मार्च और 6 अप्रैल को उसने ई-पॉश मशीन में अंगूठा लगाकर कोटे से राशन भी लिया है। इसके बाद से महिला राशन लेने नहीं आई। उन्होंने बताया कि महिला की संतानों का आधार कार्ड न होने के कारण उनका नाम पात्र गृहस्थी कार्ड में नाम दर्ज नहीं है। 

डीएम ने गंभीरता से लिया

इस पूरे मामले को डीएम अविनाश कुमार ने गंभीरता से लिया है, उन्होंने बताया कि 'सीडीपीओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। पूरे मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।'

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